Home » Others » भाजपा की बागी पार्षद चंद्र वती शुक्ला का क्यों टुटा मेयर बनने सपना

भाजपा की बागी पार्षद चंद्र वती शुक्ला का क्यों टुटा मेयर बनने सपना

चंडीगढ़ मेयर चुनाव (Chandigarh Mayor Polls) 2021 के लिए मेयर पद पर भाजपा पार्षद चंद्र वती शुक्ला (Chandrawati Shukla) का बागी होकर निर्दलीय तौर पर नामांकन रदद हो गया है जिससे भाजपा खेमें में फिर से रौणक हो गई । अब ऐसा में भाजपा की ओर से उम्मीदवार रविकांत शर्मा के मेयर बनने के रास्ते साफ हो गया है।

बतादें कि, चंडीगढ़ भाजपा द्वारा नगर निगम चुनाव 2021 के लिए रविकांत शर्मा को मेयर, महेश इंदर सिद्धू को सीनियर डिप्टी मेयर व फर्मिला को डिप्टी मेयर पद का केंडिडेट घोषित किया गया था। जहां भाजपा पार्षद चंद्र वती शुक्ला खुद के मेयर पद का केंडिडेट घोषित न होने के चलते बागी हो गईं थी और उन्होंने भी मेयर पद के लिए नामांकन दाखिल कर दिया जिसे आज दोपहर को रद्द कर दिया गया है।

इधर, कांग्रेस की ओर से मेयर पद के लिए दविंदर सिंह बबला, सीनियर डिप्टी मेयर के लिए रविंदर कौर गुजराल और डिप्टी मेयर पद के लिए सतीश कैंथ को चुना गया है। नगर निगम चुनाव आठ जनवरी 2021 को होना है।
रद्द होने का कारण

कांग्रेसी पार्षद सतीश कैंथ ने चंद्र वती शुक्ला को प्रपोज किया था सतीश कैंथ इससे पहले कांग्रेस के मेयर पद के उम्मीदवार दविंदर सिंह बबला के नाम भी प्रपोज किया था नियमों के अनुसार एक पार्षद एक से ज्यादा का नाम प्रपोज नहीं कर सकता जिस कारण चंद्र वती शुक्ला का नामांकन खारिज कर दिया गया है। रिटर्निंग अधिकारी एवं अतिरिक्त कमिश्नर अनिल गर्ग ने नामांकन खारिज करने की पुष्टि की है।

वहीं, चंद्र वती शुक्ला के पति पप्पू शुक्ला का कहना है कि उनका नामांकन सत्ता पक्ष की ओर से जानबूझकर खारिज किया गया है क्योंकि उन्हें भी पता था की चंद्रावती शुक्ला मेयर पद का चुनाव जीत जाएगी। शुक्ला का यह भी दावा है कि उनके पास 14 पार्षदों का भी समर्थन था।