अब चंडीगढ़ में भी बर्ड फ्लू (Bird Flu) का खतरा मंडराने लगा है। माइग्रेटरी बर्ड्स (Migratory Birds) भी मरने लगे हैं। बुधवार को सुखना लेक (Sukhna Lake) पर 4 माइग्रेटरी बर्ड्स मरे हुए मिले। मंगलवार को भी एक बर्ड मरा हुआ मिला था।
अब तक शहर में 5 बर्ड की मौत हुई है। ये वे बर्ड हैं जो हर सर्दियों में दूसरे देशों से सुखना लेक पर आते हैं। मंगलवार को लेक पर कॉमन कूट बर्ड मरा हुआ मिला था। इसके बाद एनिमल हसबेंडरी डिपार्टमेंट (Animal Husbandry Department) ने इस बर्ड के सैंपल लेकर जालंधर की रीजनल डिजीज डायग्नोस्टिक लेबोरेट्री में टेस्टिंग के लिए भेजे थे। इसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है।
5 साल पहले 33 दिनों तक बंद रही लेक
गौर हो कि 2014 मेें भी इसी तरह सुखना लेक पर माइग्रेटरी बर्ड मरने लगे थे। एक डक में बर्ड फ्लू मिला था। इस वजह से 33 दिनों तक लेक को बंद रखा गया था। यहां सभी बत्तखों को मार दिया गया था।
कहीं बीमार तो नहीं हैं मेहमान परिंदे
बर्ड फ्लू के मामले आने के बाद यहां भी अलर्ट पर है। यहां सभी वॉटर बॉडीज में लगातार चेकिंग की जा रही है। दो दिन से कई टीमें देख रही हैं कि क्या कहीं पक्षी मरे हैं। कोई बीमारी तो इनमें नहीं है।
बर्ड फ्लू की अशंका के बाद अंडा बाजार में सेल गिरी
इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित सेंट्रल पोल्ट्री डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (सीपीडीओ) की डायरेक्टर कामना ने बताया कि उन्होंने भी बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए सावधानियां बरतनी शुरू कर दी हैं। यहां विजिटर्स की एंट्री बंद कर दी गई है। बर्ड फ्लू का कोई मामला आता है तो पोल्ट्री को बंद कर दिया जाएगा। बाजार में अंडे की 15 परसेंट डीमांड कम हो गई है।