चंडीगढ़ में भाजपा ने मेयर पद पर जीत हासिल कर ली है। रवि कांत शर्मा (Ravi Kant Sharma) आज से शहर के नए मेयर बन गए हैं। इनका नाम अब 27वां चंडीगढ़ मेयर (Chandigarh Mayor) बनने में शामिल हो गया है। शर्मा ने कांग्रेस के देवेंद्र सिंह बबला (Drvinder SIngh Babla) को हराकर मेेेेयर पद पर जीत दर्ज की है। भाजपा प्रत्याशी शर्मा को 17, जबकि कांग्रेस के देवेंद्र सिंह बबला को 5 मत मिले। दो वोट खराब हुए, जबकि अकाली पार्षद ने मतदान करने नहीं आएं।
मेयर चुनाव जीतने पर जहां भाजपा पार्षदों में खुशी की लहर है। चुनाव देखने के लिए पार्टी प्रभारी दुष्यंत गौतम और संंगठन मंत्री दिनेश कुमार भी मौके पर मौजूद रहे। हिमाचल के जिले ऊना के रहने वाले रविकांत शर्मा साल 1995 से चंडीगढ़ में रह रहे हैं। पहली बार ही रविकांत शर्मा पार्षद बने थे, उन्होंने चार साल पहले कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा की पत्नी को वार्ड नंबर-3 से हराया था, जबकि इस सीट पर 15 साल से कांग्रेस का कब्जा था।
रवि कांत शर्मा भाजपा के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह पिछले साल नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर थे। वह ऐसे पहले पार्षद बन गए हैंं जो कि सीनियर डिप्टी मेयर के बाद सीधे मेयर की कुर्सी पर बैठे है। जबकि चुनाव के लिए सांसद किरण खेर बीमार होने के कारण नहीं आ सकी।
इससे पहले अकाली दल के पार्षद हरदीप सिंह ने काले कपड़े पहनकर सबको चौंका दिया। उन्होंने कहा कि वह किसान आंदोलन के कारण मतदान नहीं करेंगे। अकाली पार्षद ने कहा कि आंदोलन के दौरान मृत किसानों की याद में दो मिनट का मौन रखा जाना चाहिए। बाद में वह सदन से बाहर चले गए।
जबकि आज ही डिप्टी मेयर व सीनियर डिप्टी मेयर पद के लिए भी चुनाव होना है, लेकिन कांग्रेस ने मेयर पद के प्रत्याशी देवेंद्र सिंह बबला ने साथी पार्षदों के साथ यह कहते हुए सदन का बहिष्कार कर दिया है कि मेयर चुनाव में पारदर्शिता नहीं बरती गई। ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है जब कांग्रेस के पार्षदों ने मेयर चुनाव के बाद बहिष्कार किया हो।