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चंडीगढ़ में पहला मार्डन फैसिलिटी वाला PU से PGI तक अंडरपास

  • चंडीगढ़ में पहला मार्डन फैसिलिटी वाला PU से PGI तक अंडरपास, लिफ्ट से एस्केलेटर भी शामिल।

चंडीगढ़ सिटी में जल्द ही PGI रोड़ पर बढ़ रहे ट्रेफिक जाम को कम करने के लिए चंडीगढ़ एडमिनीस्ट्रेशन (Chandigarh Administration) अब पीयू के गेट नंबर वन से PGI मेन गेट तक टन्नल शेप में अंडर पास बनाने जा रहा हैं। PU से PGI तक अंडरपास (PU to PGI underpass) की लंबाई 38 मीटर, चौड़ाई 15 मीटर और 3 मीटर तक गहरा अंडरपास बनाने के लिए जल्द ही इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट टेंडरिंग शुरू करेगा। इस प्रोजेक्ट के एस्टीमेट कोस्ट 7.21 करोड़ होगी। प्रशासन के चीफ इंजीनियर सीबी ओझा ने बताया कि सोमवार को होम एवं फाइनेंस सेक्रेटरी अरुण कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में हुई स्टेंडिंग फाइनेंस कमेटी की मीटिंग ने प्रोजेक्ट को अपरूव कर दिया है।

उन्होंने बताया कि एस्टीमेट में बीएंडआर, पब्लिक हेल्थ और इलेक्ट्रिकल विंग मिलकर काम करेगी। टेंडर में लोएस्ट रहने वाली फर्म को ही वर्क अलॉट किया जाएगा। वहीं इस काम को फिक्सड टाईम में ही किया जाएगा।

ओझा ने यह भी कहा कि यह शहर का पहला अंंडरपास होगा, जिसके दोनों साइड सीढिय़ां बनेंगी। इसके अलावा लिफ्ट और एस्केलेटर लगाए जाएंगे। सारा एरिया भी कवर्ड किया। इसके होने से पीजीआई में आने वाले मरीजों और अटेंडेंट को इमरजेंसी तक पहुंचने में दिक्कत नहीं होगी। अभी रोड से ट्रैफिक जाम की वजह से पहुंचने में समय लग जाता है। वहीं अंडरपास के नीचे 12 शॉप भी होंगी। जिसकी ऑक्शन के जरिए चंडीगढ़ एडमिनीस्टेशन की इंकम हो सकेगी।

गौर हो कि शहर के पहले अंडरपास की प्लानिंग पर चीफ एडमिनिस्ट्रेटर कम फाइनेंस एवं होम सेक्रेटरी अरुण कुमार गुप्ता को पिछले साल दिसंबर में मंजूरी दी गई थी। इसके बाद इसकी फाइल अर्बन प्लानिंग डिपार्टमेंट के पास प्लान में चेंज करने के लिए दी गई थी।

वहां से फाइल दिसंबर में ही अर्बन प्लानिंग डिपार्टमेंट के जरिए इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के पास भेजी गई, ताकि इंजीनियर डिपार्टमेंट इस प्रोजेक्ट का एस्टीमेट बना सके। इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की बीएंड आर डिवीजन, पब्लिक हेल्थ और इलेक्ट्रिकल विंग की ओर से एस्टीमेट भी दिसंबर माह में ही बनाए गए। इसमें बीएंड आर डिवीजन का 4.31 करोड़ , पब्लिक हेल्थ वर्क का 1 करोड़ और इलेक्ट्रिकल विंग का 1 करोड़ 90 लाख एस्टीमेट बनाया गया है।