- वीपी बदनौर ने किया लाल डोरे से बाहर निर्माण पर बड़ा फैंसला, किसे मिलेगी राहत।
चंडीगढ़ में रह रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर है कि शहर में लाल डोरे (Lal Dora) के बाहर बने निर्माण पर सालों से तलवार लटकी हुई थी लेकिन अब प्रशासन उन्हें अब रेगुलर करने की तैयारी कर रहा है। जिसके लिए बकायदा प्रशासन ने एक योजना भी तैयार करेगा। अगले माह 10 फरवरी को होने वाली एडवाइजरी काउंसिल की मीटिंग में इसपर चर्चा होगी।
पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने शुक्रवार को प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग की। मीटिंग में प्रशासक ने चिंता जताई और कहा कि चूंकि लाल डोरा क्षेत्र के बाहर बहुत सारे निर्माण और विकास कार्य हुए हैं, इसलिए प्रशासन को इन विकास को नियमित करने के लिए एक योजना तैयार करनी चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 10 फरवरी को होने वाले एडवाइजरी काउंसिल की मीटिंग में इस पर विस्तृत रूप से चर्चा की जाए। साथ ही बदनौर ने यह भी साफ किया कि चंडीगढ़ में कोविड-19 की ड्यूटी के दौरान अगर किसी भी कर्मचारी की मौत हुई है, तो उसे सही मुआवजा मिलना चाहिए। प्रशासन ने इसके लिए 50 लाख रुपये देने की एक योजना बनाई है। बदनौर ने आदेश दिए हैं कि प्रशासक के अधिकारी इस योजना को केंद्र सरकार को भेजे, ताकि अगली मंजूरी मिल सके। गौर रहें कि पहले सिर्फ हेल्थ इम्पॉलाईज़ को ही मुआवजा देने का प्रावधान था।
मीटिंग में इन मुद्दों पर होगी चर्चा
प्रशासक बदनौर ने एडवाइजरी काउंसिल की बैठक के लिए एजेंडे पर भी अधिकारियों के साथ चर्चा की। जिसमें उन्होंने तय किया कि लाल डोरे में दिल्ली की तर्ज पर नीड बेस्ड चेंज को रेगुलर करने, मेट्रो, चंडीगढ़ की तरफ भी एयरपोर्ट का गेट खोलने, कलेक्टर रेट कम करने, हुक्का पर बैन, एक ओर मेडिकल कॉलेज, गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को मान्यता देने के साथ अन्य कई मुद्दों पर चर्चा होगी।
बदनौर ने कहा कि सेंटर सरकार ने समारोहों में शामिल होने पर लगाए सभी प्रतिबंधों को खत्म कर दिया है। इसके लिए सेंटर सरकार की तरफ से जल्द दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। प्रशासक ने लोगों से अपील कि वे कोविड-19 के निर्देशों का सख्ती से पालन करें और मास्क पहनते रहें।