- ऑनलाईन क्लास लगाने के लिए स्मार्टफोन की जरूरत नहीं, पीयू स्टूडेंट्स ने खोजी नई तकनीक
लॉकडाउन के दौरान देशभर में स्कूल और कॉलेज बंद है ऐसे में पढ़ाई करने के लिए सरकार ने ऑनलाईन क्लासेस लगाने के लिए निर्देश दिए थे। जिसके लिए स्मार्टफोन की जरूरत पड़ती है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जिनके पास लैंडलाईन और फीचर फोन ही हैं और स्मार्ट फोन खरीदने का बजट नहीं है। अब उन्हें रूपए खर्च करने की जरूरत नहीं हैं ।
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पंजाब यूनिवर्सिटी (Punjab University) के डिजाइन इनोवेशन सेंटर में कार्य कर रहे दो छात्रों उत्कर्ष खंडेलवाल व शुभम नरूला ने ऐसी तकनीकी ईजाद की कि जिन विद्यार्थियों के पास स्मार्टफोन नहीं हैं, वे लैंडलाइन व फीचर फोन के जरिए भी पढ़ाई कर सकते हैं। यानी स्पीकर के जरिए टीचर की आवाज आसानी से समझ सकते और अपनी बात रख सकते हैं। उनके स्टार्टअप रूटवर्क्स को आईआईटी बांबे की ओर से आयोजित यूरेका प्रतियोगिता में पहला स्थान मिला है।
उन्होंने देशभर के 11 हजार से अधिक स्टार्टअप को पछाडक़र ढाई लाख का पुरस्कार जीता है। कोविड काल के दौरान भारत सरकार ने एक आदेश जारी किया था कि जूम प्लेटफार्म से पढ़ाई ना करवाएं क्योकि यह सुरक्षित नहीं था। इसी को देखते हुए पीयू के यूआईईटी ने यह स्टार्टअप शुरू किया था। डॉ. नवीन अग्रवाल ने इन्हें गाइड किया। अब पीयू अपने स्टूडेंट्स पर गर्व महसूस कर रहा है।
दस हजार से अधिक में से जीती बाजी
हर साल आईआईटी बांबे यूरेका प्रतियोगिता आयोजित करता हैं। इस प्रतियोगिता में देशभर के स्टार्टअप हिस्सा लेते हैं। इस बार भी लगभग 11,000 से अधिक युवाओं ने ऑनलाइन प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। जिसमें पीयू के डिजाइन इनोवेशन सेंटर की टीम ने बाजी जीत ली हैं और पहला पुरस्कार पा लिया। सिस्को की ओर से इन स्टूडेंट्स को नौकरी के ऑफर मिले हैं। पीयू अपने स्टूडेंट्स की इस अचीवमेंट पर बेहद खुश हैं और सारी टीम को बधाई देता है।