- PGI ने बताया हर्बल फ्लेवर हुक्का सेहत के लिए हानिकारक
- ये कहना की हर्बल हुक्का आपकी सेहत पर असर नहीं करता, तो यह गलत होगा
PGI चंडीगढ़ की ताजा स्टडी में सामने आई है कि हर्बल फ्लेवर हुक्का यंगस्टकर की हेल्थ के लिए काफी खतरनाक है। इसका सेवन करने वालों में कैंसर का खतरा बढ़ रहा है।
ट्राईसिटी में हुक्का बार की डिमांड बढ़ी..
यह बात तब उभर कर सामने आई, जब हर्बल हुक्के की डिमांड ट्राईसिटी में जमकर मांग बढ़ गई हैं। वहीं आनलाइन में भी तेजी से प्रॉडक्ट मिल रहे है। पीजीआइ के ओरल हेल्थ साइंस सेंटर के हेड प्रोफेसर कृष्ण गाबा ने बताया कि पीजीआइ द्वारा की गई स्टडी में सामने आया है कि पिछले दस साल में युवाओं में हर्बल फ्लेवर हुक्के की डिमांड काफी बढ़ गई है। यहां तक कि ई-कामर्स कंपनियों के जरिये भी हर्बल हुक्का आसानी से मिल रहा है।
बढ़ रहा हर्बल सिगरेट का ट्रेंड..
यंगस्टर में अब हर्बल फ्लेवर हुक्का के साथ-साथ हर्बल सिगरेट का भी ट्रेंड बढ़ रहा है। पीजीआइ ने जब रिसर्च की तो पता चला कि ऐसे 1,044 ब्रांड रिकार्ड आनलाइन मौजूद हैं। इनमें से 73 रिटेल वेब पेज पर 24 ब्रांड हैं, जिन्हें करीब 18 कंपनियां आनलाइन प्रॉडक्ट दे रही हैं। इस प्रकार 189 अलग-अलग फ्लेवर के हुक्का और सिगरेट आनलाइन मिल रहे हैं। इनमें से 62 फीसद अकेले हर्बल सिगरेट, 12 फीसद हर्बल और 26 फीसद हर्बल फ्लेवर हुक्का की आनलाइन डिमांड है। जिन पर कोई चेतावनी नहीं है।
हर्बल फ्लेवर हुक्का हेल्थी और सेफ नहीं….
प्रो. आशिमा गोयल ने बताया कि हर्बल हुक्का और सिगरेट के आप्शन ब्रांड के तौर पर हेल्थी और सेफ कह कर बेचा जा रहा हैं जबकि यह सभी जोखिम भरे हैं। इसको लेकर वैधानिक चेतावनी नहीं दी है। जबकि सिर्फ 22 फीसद ब्रांड के इस्तेमाल को लेकर वैधानिक चेतावनी दी है।
ओरल कैंसर का खतरा
पीजीआइ ने तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की गई है। दावा किया गया है कि इसके सेवन से ओरल कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। कहा गया है कि हर्बल फ्लेवर हुक्के के इस्तेमाल के कारण कैंसर होने से युवाओं की मौत हो रही है। पीजीआइ ने स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर आनलाइन मिल रहे नशे पर जल्द ही रोक लगने की मांग की है।