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PGI में जन औषधि केंद्र की दुकान को बंद करने की क्या है वजह ?

  • PGI -सस्ती दवाइयों की दूकान को बंद करने की तैयारी, मरीज होगें परेशान

एक ओर केंद्र सरकार जन औषधि केंद्र को खुलवाने में युवाओं को सहायता दे रही है । तो वहीं चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा के मरीजों के लिए पीजीआई की गोल मार्केट में खुला जन औषधि केंद्र बंद होने की कागार पर है। सालों से दवा खरीद रहे हजारों मरीज काफी परेशान होना पडेगा। वहीं दूसरी तरफ दुकान की संचालनकर्ता कंपनी ने दुकान बंद करने की तैयारियों के बीच दवाओं की सप्लाई भी ठप्प कर दी है। जिससे मरीजों में काफी निराशा है।

चंडीगढ़ में डिस्पेंसरियों को सलाह

वहीं चंडीगढ़ के जीएमएसएच- 16 के मैडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. वीके नागपाल ने सभी सीनियर मेडिकल ऑफिसर व डॉक्टरों के साथ बैठक कर जन औषधि स्टोर से दवाएं लेने के निर्देश जारी किया हैं। उन्होंने जीएमएसएच- 16 के साथ ही सिविल अस्पताल मनीमाजरा, सेक्टर- 45, सेक्टर- 22 व सभी डिस्पेंसरी के डॉक्टरों को कड़ी हिदायत दी। उन्होंने कहा है कि अगर किसी स्थिति में बाहर की महंगी दवा मंगानी पड़ती है तो पर्चे पर दवा मंगाने वाले डॉक्टर का पूरा नाम और हस्ताक्षर होना चाहिए, ताकि उससे इसका कारण पूछा जा सके।

जबकि सरकार दे रहीं है प्रोत्साहन..

वहीं देखा जाएं तो देश में मौजूदा समय में करीब 7000 जनऔषधि केंद्र चलाए जा रहे हैं। सरकार भी इस योजना में 734 जिलों में बढ़ाकर 10500 करने की बात कही है। यानी अभी भी 3500 केंद्र तो और खोले जाने हैं।

इस योजना के तहत 29 जनवरी 2021 तक 519.34 करोड़ रुपये का कारोबार किया गया, जबकि पूरे साल में ही 500 करोड़ की दवाएं बेचने का लक्ष्य रखा गया था। यहां तक कि लॉकडाउन में भी यह योजना बेहद कारगर साबित हुई थी।