- 1954 में बने टेबल की कीमत 16 लाख, लग रही है दुनिया भर से बोली
कभी आपने सोचा है कि एक ऐसी डाइनिंग टेबल जिसकी कीमत लाखों रूपए में हो।
राजा महाराजा के जमाने का ना हो कर भी इसके खरीदार विश्वभर से बोली लगाकर इसे खरीदने के लिए ललायित हो रहे हो। जी हां हम बात कर रहे हैं 16 लाख रुपये के टेबल की जो मार्डन आर्किटेक्चर वर्क के लिए विख्यात पियरे जेनरे की क्रिएशन है।
टीक की लकड़ी का बना टेबल, चंडीगढ़ की किसी बिल्डिंग के लिए 1954 के आस-पास जेनरे ने डिजाइन किया था। 27 फरवरी को फ्रांस के पेरिस शहर में हेरिटेज फर्नीचर नीलाम होने जा रहा है। यह पांच आइटम पेरिस के नीलाम घर में बेची जा रही हैं। दुर्भाग्य की बात यह है कि जिस महान शख्सियत ली कार्बूजिए और पियरे जेनरे ने इन्हें डिजाइन किया उन्हीं के देश में यह नीलामी हो रही है।
दोनों शख्स फ्रांस के मूल निवासी
दोनों शख्स फ्रांस के मूल निवासी थे। पियरे जेनरे ने पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ का गांधी भवन के अलावा अन्य बिल्डिंग को भी डिजाइन किया है। जेनरे ने सभी प्रशासनिक और पीयू सहित कई बिल्डिंग के लिए फर्नीचर तैयार किया था। सबसे बड़ी मात्रा में यह फर्नीचर पीयू के अंदर ही है। अब इन बिल्डिंगों से ही यह फर्नीचर विदेशी नीलाम घरों तक पहुंच रहा है।
हेरिटेज प्रोटेक्शन सेल ने भेजी शिकायत
नीलामी के खिलाफ हेरिटेज प्रोटेक्शन सेल के मेंबर एडवोकेट अजय जग्गा ने स्थानीय प्रशासन से लेकर केंद्र सरकार को नीलामी ना होने की शिकायत दी है। महज डेढ़ महीने में तीसरी ऑक्शन हो रही है। इतनी तेजी से ऑक्शन का कारण आप समझ सकते हैं। तस्कर इन आइटम को विदेशी ऑक्शन हाउस तक पहुंचा रहे हैं। फर्नीचर की यह पांच आइटम 33 से 38 लाख रुपये में नीलाम होंगी।