- सिंतबर से चंडीगढ़ में चलेगी E-Bus, जानें कंपनी ..
कई सालों के इंतजार के बाद चंडीगढ़ में हाईब्रिड और इलेक्ट्रिक बसें चलाने के लिए ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने कंपनी का चयन कर लिया है। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के डॉयरेक्टर ने बताया है कि सितंबर तक इलेक्ट्रिक बसें चंडीगढ़ की सडक़ों पर दौडऩे लगेंगी।
अशोक लेलैंड की ई-बसें
डॉयरेक्टर ने बताया कि 40 ई-बसों के लिए अशोक लेलैंड के साथ डिपार्टमेंट का करार हुआ है। चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) की बसें अभी चल रही हैं लेकिन ई-बसें चलाने के लिए डिपार्टमेंट ने कंपनी का सहारा लिया है।
एयरकंडीशन होगी बसें
कंपनी करार के अनुसार बस, चार्जिंग स्टेशन और बसों के रखरखाव की जिम्मेदारी कंपनी की ही होगी। डिपार्टमेंट केवल प्रति किमी के अनुसार कंपनी को भुगतान करेगा। 9 मीटर मीडियम साईज की बैटरी ऑप्रेटिड बस एयर एयरकंडीशन होगी । गौर हो कि चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा जारी टेंडर में तीन कंपनियों ने भाग लिया था, जिसमें अशोक लेलैंड ने सबसे कम टेंडर में बिड भरी थी। विभाग कंपनी को प्रति किमी के लिए 60 रुपये का भुगतान करेगा।
सितंबर महीने में ई-बसें सडक़ों पर होगी
ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के डॉयरेक्टर उमा शंकर गुप्ता का कहना है कि कंपनी को काम सौंप दिया गया है। अब सितंबर महीने में ई-बसें सडक़ों पर दौड़ती नजर आएंगी। इसके लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं।
पहले से चल रही थी कवायद
गौरतलब है कि इलेक्ट्रिक बसें चलाने की कवायद वर्ष 2016 से ही चल रही थी। 2017 में सीटीयू ने दो कंपनी की इलेक्ट्रिक बसों का ट्रायल भी लिया था। ट्रायल के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि अगले कुछ महीनों में बसें सडक़ पर आ सकती हैं, लेकिन अब जाकर कंपनी का चयन हुआ है।
केंद्र सरकार ने दीं 80 बसें
ई-बसों के लिए कई बार टेंडर जारी किए गए, लेकिन ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट कंपनी नहीं तय कर पाया। कोविड -19 से पहले दो बार ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के खर्चे पर बसें चलाने के लिए टेंडर जारी किया गया, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए। फिर केंद्र सरकार ने बसें देने का एलान किया तो वह बसें चलाने के लिए दो बार टेंडर जारी किया। पहली बार कोई कंपनी ही नहीं आई। दूसरी बार किए गए टेंडर में सिर्फ तीन कंपनियों ने आवेदन किया, जिसके बाद अशोक लेलैंड का चयन किया गया है।
कोरोना से डिपार्टमेंट का बजट बिगड़ा
गौरतलब है कि कोरोना की वजह डिपार्टमेंट के घाटे के कारण खुद इलेक्ट्रिक बसें खरीदने से इनकार कर दिया था तो केंद्र ने 25 सितंबर को चंडीगढ़ को 80 इलेक्ट्रिक बसों की सौगात दी थी।
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