कृषि कानून विरोधी आंदोलन (Anti Agricultural Law) का असर अब आम लोगों की जेब पर भारी पडने लगा है। आंदोलन के कारण पिछले 135 दिनों से कुंडली बॉर्डर पर जीटी रोड जाम है और जिसके चलते दिल्ली आने वाले सोनीपत के लोगों को रोजाना 10 से 20 किलोमीटर का ज्यादा सफर (travel) तय करना पड़ रहा है। इससे फ्यूल (Fuel) के साथ-साथ टाइम और पैसे की भी बर्बादी (wastage of money)हो रही है।
एक अनुमान के मुताबिक इस आंदोलन के कारण रोजाना सोनीपत के लोगों का पांच लाख रुपये से अधिक का फ्यूल बर्बाद हो रहा है। बुधवार को सोनीपत में अपनी समस्याओं व मांगो (Problems and demand) को लेकर पेट्रोल पम्प मालिकों, आर डब्ल्यू ऐ, फैक्ट्री मालिकों व राष्ट्रवादी परिवर्तन मंच के अध्यक्ष हेमन्त नान्देल, सचिव विकास,डॉ तारा चंद लीगल एडवाइजर ने प्रेस कांफ्रेस (Press Conference) की।
रोजाना 50 से 60 हजार लोग करते हैं दिल्ली आवाजाही
सोनीपत से रोजाना 50 से 60 हजार लोग दिल्ली आवाजाही (Movement) करते हैं। लॉकडाउन (Lockdown) से पहले ट्रेनों से जाने वाले दैनिक यात्री, जिनके मंथली पास (Monthly pass) बने हुए थे, वहीं, 30-35 हजार के करीब थे। इसके अलावा बसें, कैब और अपने वाहनों से भी सैकड़ों लोग रोजाना दिल्ली आवाजाही करते हैं। ट्रेनें बंद होने के कारण ये लोग फिलहाल सडक़ मार्ग से ही दिल्ली आवाजाही करते हैं और इसके लिए सोनीपत (Sonipat) से रोजाना कम से कम 10 हजार गाडियां दिल्ली के मेट्रो स्टेशन, बस अड्डा सहित विभिन्न बाजारों में आती हैं। कुंडली बॉर्डर बंद होने के कारण इन वाहनों को नाहरा-नाहरी या खरखौदा होकर दिल्ली आना पड़ रहा है। इसी प्रकार रोजाना दिल्ली जानेवाले 5000 स्टूडेंट्स के बजाय 400-500 ही बच गए हैं।
बढ़ गया फ्यूल का खर्चा
दूरी बढने के कारण फ्यूल का खर्चा (Cost) बढ़ गया है। यही नहीं, ग्रामीण व संकरे रास्ते होने के कारण भी फ्यूल की खपत ज्यादा हो रही है। पेट्रोल-डीजल की गाडियों में करीब 200 रुपये का अतिरिक्त खर्च (Additional Charges on fuel) रोजाना हो रहा है, जबकि सीएनजी की गाडियो में भी 100 से 150 रुपये का ज्यादा खर्च फ्यूल में करना पड़ रहा है। बड़ी गाडियो को ज्यादा मुसीबत राई, कुंडली, बड़ी आदि औद्योगिक क्षेत्र में आने-जाने वाली बड़ी गाडियो का खर्च तो और बढ़ गया है। इन गाडियो को केजीपी (कुंडली-गाजियाबाद-पलवल) एक्सप्रेस-वे के रास्ते बागपत होकर दिल्ली आना पड़ता है, जिसके कारण 40 से 50 किलोमीटर का रास्ता करीब 100 किलोमीटर का हो गया है। इसमें लगभग पहले की तुलना में दोगुना (Double ) फ्यूल की खपत हो रही है।
मांगें
-जी टी रोड की एक साइड (One side GT Road)अति शीघ्र खोलें
– पेट्रोल पम्प मालिकों को (Financial Help) वित्तीय सहायता
– सोनीपत में स्थित पीडि़त फैक्ट्री मालिकों को किसान आंदोलन के दिनों की टैक्स में रिबेट(Rebate)
– उद्योगों (Industries) में कच्चा माल (Raw Material) पहुंच पाए इसका पुख्ता प्रबंध
– मजदूरों का पलायन (Migration) रोकने के प्रयास
– मरीजों (Patient) को अस्पताल समय से पहुंचाने के लिए इंतजाम
अब तक के प्रयास
– खाप पंचायतों से समर्थन (support) का आग्रह
– सोनीपत के डीसी को राष्ट्रपति (President) के नाम ज्ञापन (Memorandum)
– किसानों व सरकार के प्रतिनिधियों (Representative) से गुजारिश