पंचकूला के प्राइवेट हॉस्पिटल के खिलाफ शिकायतें एक के बाद एक कर मिलती जा रही है। अब एक महिला ने शिकायत दर्ज करवाई गई है कि पारस अस्पताल ने उसके पति के 20 दिनों के ट्रीटमेंट के नाम पर 14 लाख रुपये अपने रिश्तेदारों से उधार लेकर दिए है। जबकि उसके पति की हॉस्पिटल में मौत हो गई है।
महिला इसी कशमकश में है कि इतनी बड़ी अमाउंट अब वह अकेली अपने रिश्तेदारों को कैसे चुका पाएगी। जिसके लिए उसने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, स्पीकर एवं पंचकूला के विधायक ज्ञान चंद गुप्ता और हेल्थ मिनीस्टर अनिल विज को शिकायत भेज कर राहत दिलाने की मांग की है।
इंडियन एक्सप्रैस चंडीगढ़ रिपोर्ट के अनुसार शिकायत में आरती नाम की महिला ने आरोप लगाया है कि वह पंजाब के बठिंडा की निवासी है और पंचकूला में किराए के घर में अपने परिवार के साथ रहती है। कोरोना बीमारी के बाद उसके पति को ट्रीटमेंट के लिए 12 अप्रैल पारस हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था, लगभग 20 दिनों के ट्रीटमेंट देने के बाद 3 मई को उनके पति की मौत हो गई। ट्रीटमेंट के दौरान कई टेस्ट किए गए, मैडिकल इंटेसिव केयर यूनिट (एमआईसीयू) और हॉस्पिटल के वेंटिलेटर पर रखा गया। लेकिन सही इलाज नहीं मिलने से मौत हो गई।
यहीं नहीं महिला ने बताया कि पति के गुजर जाने के तीन दिन बाद ही सास रक्षा रानी की भी कोविड-19 के कारण मौत हो गई। आरती ने बताया कि अब मैं अपनी 13 साल की बेटी के साथ पंचकूला में किराए के घर पर रहती हूं। मुझे यह तक नहीं पता कि इस महीने का किराया मैं मकान-मालिक को कैसे चुका पाउंगी। जबकि पारस हॉस्पिटल की मुझ पर करीब 14 लाख की देनदारी है।
इस संबंध में पारस हॉस्पिटल से बात की गई तो हॉस्पिटल के स्पोकपरर्सन ने बताया कि शिकायतकत्र्ता बठिंडा की निवासी है, उसे हमने पहले ही ट्रीटमेंट के खर्चे के बारे में बताया था। जिस समय उसके पति को एडमिट किया गया था उस समय हरियाणा सरकार ने प्राइवेट हॉस्पिटल के कोविड ट्रीटमेंट पैकेज भी नहीं बनाया था।
सीएमओ डॉ. जसजीत कौर ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में ओवरचार्जिंग को लेकर हमारे पास काफी शिकायतें आ रही हैं। हमने पहले जो जांच कमेटी बनाई थी, उसने चार शिकायतों का निपटारा किया था।