रविवार को Panchkula Drive-Thru Vaccination कैंप फेज-2 लगाया गया जिसमें तकरीबन 2041 लोगों को वैक्सीन लगाने का दावा किया गया है। यहां चंडीगढ़, पंजाब, हिमाचल से लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आए थे। ड्राइव की शुरूआत में केंद्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, मेयर कुलभूषण गोयल सहित प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी की मौजूदगी में चंडीगढ़ से आए विकलांगों को टीका लगाया गया। उसके बाद लोगों को वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया गया।
लेकिन यहां पहुंचने पर जनता को काफी परेशान होना पड़ा कभी चीफ गेस्ट लेट आए तो कभी वैक्सीन खत्म। कभी राजनीतिक हस्तियों और रसूखदार लोगों की बैकइंट्री कर पहले वैक्सील लगवाना। यहां तक कैंप में सोशल डिस्टैन्सिंग की खुब धज्जियां उड़ी। आब्जरवेशन के लिए डॉक्टर्स और नर्सों की टीम भी मौजूद नहीं थी। लंबी लंबी लाईनों में सुबह से लगे लोगों ने दोपहर का खाना ऑनलाईन फूड कंपनियों से मंगवाकर खाया।
खामियां जो देखने को मिली
1. वैक्सीन लगवाने का काम सुबह 8 बजे से शुरू होना था लेकिन प्रशासन 9.30 बजे तक चंडीगढ़ के चीफ गेस्ट का इंतजार करता रहा। सुबह से लोग लाइनों में लगे रहे और इंतजार करते रहें।
2 जैसे ही वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू हुआ बैकडोर एंट्री से रसूखदारों के जानकारों ने वैक्सीन लगवानी शुरू कर दी। सब कुछ जानते हुए भी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी चुप चाप बैठे कर लोगों के साथ तमाशा देखते रहें। लाईनों में लगे लोग पुलिस की ओर ताकते रहें।
3. कैंप में कोविशील्ड की 1500 डोज होने की वजह से दोपहर 3 बजे वैक्सीनेशन ड्राइव बंद कर दी गई। जिसके बाद कोवैक्सीन लाने में स्वास्थ्य विभाग को 50 मिनट का समय लगा और उसके बाद दोपहर 3.50 पर कोवैक्सीन लगनी शुरू की।
4. ड्राइव के दौरान सुबह 9 बजे सबसे लंबी लाइन देखने को मिली। इस दौरान करीब 900 गाडियों की लंबी लाइन नाडा साहिब गुरुद्वारा तक लगी थी। सेक्टर 20 की एक महिला जो सुबह 2.30 बजे लगी थी उसका नंबर सुबह 9.30 बजे के बाद आया। इससे वहां पर रश का अंदाजा लगाया जा सकता है।
5. वैक्सीनेशन ड्राइव की वजह से जोमैटो व स्विगी वालों ने खुब कमाई की। वैक्सीन लगाने के लिए घंटों तक गाडियों में इंतजार करने वाले लोगों ने भूख लगने पर वहीं खाना ऑर्डर कर मंगवाया और ताकि इंजेक्शन लगने के बाद कोई परेशानी नहीं हो।
6. गेस्ट ने भी मौके पर पहुंच कर फोटो सेशन में सोशल डिस्टेंसिंग की खुब धज्जियां उडाई।
7. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से टीका लगवाने आए लोगों को बिना ऑब्जर्वेशन के ही भेजा जा रहा था।
8. ड्राइव के दौरान गर्मी की वजह से वैक्सीन लगवाने के बाद कुछ लोगों की तबीयत खराब हुई। हैरानी की बात यह है कि जिन लोगों की तबीयत खराब हुई उनकी देखभाल के लिए रेडक्रॉस के वॉलंटियर्स को मौके पर तैनात किया था। न ही कोई डॉक्टर था और न ही कोई नर्सिंग स्टाफ।