चंडीगढ़ की ट्रैफिक लाइट जंक्शनों पर सिक्योरिटी कैमरों के साथ कम से कम 80 डायनेमिक मैसेजिंग साइन (डीएमएस) स्क्रीन लगाए जा रहे हैं। ताकि रोड्स पर चल रहे व्हीकल्स को डायवर्जन, रोड्स पर हो रही रिपेयर, ट्रैफिक जेम जैसे अन्य जानकारियां अर्लट के रूप में मिल सकें। इसके अलावा इन डीएमएस पर चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा पब्लिक इंटरेस्ट के मैसेज भी हाईलाईट कर फ्लेश किए जाएगें।
चंडीगढ़ में बकायदा 40 सिलेक्टिव ट्रैफिक लाइट पॉइंट पर एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम (एटीसीएस) से लैस होंगे। करीब 2.50 करोड़ रुपये की लागत से डीएमएस स्क्रीन और एटीसीएस ट्रैफिक लाइट लगाने का काम चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट का हिस्सा है। स्क्रीन का कमांड सेंटर सेक्टर 17, चंडीगढ़ में बनाया जा रहा है।
इंडियन एक्सप्रैस को इंटरव्यू में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के जनरल मैनेजर ने बताया है कि 40 ट्रैफिक लाइटों पर हाई रिज़ॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाने का मकसद व्हीकल्स की पहचान के साथ-साथ ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को कंट्रोल में भी करना है। इस प्रोजेक्ट का मकसद डिजास्टर मैंनेजमेंट, कानून व्यवस्था और बेहतर प्रशासन व्यवस्था को बनाना है। जिन स्थानों पर कैमरे लगाए गए जा रहे हैं, उनका चयन यूटी इंजीनियरिंग विंग और ट्रैफिक पुलिस द्वारा किया गया है।
Bharat Electronics Limited (बीईएल) को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ठेका दिया गया है। जिसे जनवरी, 2022 तक, एटीसीएस ट्रैफिक लाइट वाली डीएमएस स्क्रीन का काम करना होगा।
वहीं एमसी चंडीगढ़ के अधिकारियों से जानकारी मिली है कि इस काम के लिए जून, 2020 में 295 करोड़ रुपये कांट्रेक्ट हुआ था , जिसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को 18 महीने के भीतर काम पूरा करना है।
आप को बता दें कि मेन रोड्स, इंट्री/एग्जिट प्वाईंट्स के अलावा, गर्वनमेंट/प्राइवेट स्कूलों, सरकारी भवनों, वाटरवर्क्स बिल्डिग्स, गर्वनमेंट हॉस्पिटल्स, पार्किंग इत्यादि पर कैमरे लगाए जा रहे हैं।