चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए कार से निकले फाइनेंसर के परिवार का छह दिन बीत जाने के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है। जानकारी अनुसार चंडीगढ़ के सेक्टर 39 पुलिस थाने में परिवार की गुमशुदगी की रिपोर्ट करवाने के बाद पुलिस अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।
वहीं, पुलिस जांच में सामने आया है कि फाइनेंसर बलविंदर दूसरी नौकरी की तलाश में था। लापता होने से पहले उसने सरहिंद निवासी अपने दोस्त से आखिरी बार मोबाइल पर एक घंटे कुछ मिनट तक बात की थी। इसके बाद मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। मोबाइल की आखिरी लोकेशन अमृतसर के बस स्टैंड स्थित कैपिटल होटल की मिली थी।
मोबाइल फोन की लोकेशन के हिसाब से पुलिस अमृतसर के कैपिटल होटल पहुंची। जहां पूछताछ करने पर पता चला कि बलविंदर, मनिंदर कौर और रीत नाम से कोई भी कमरा बुक नहीं करवाया है। इसके बाद पुलिस ने कैपिटल होटल के आसपास करीब 8 से 10 होटलों में तीनों की तलाश शुरू की। बस अड्डे और आसपास एरिया में फोटो दिखाकर लोगों से पहचान करवाने की कोशिश की लेकिन पुलिस को इनका कोई सुराग नहीं मिला। घंटों मशक्कत के बाद पुलिस को लौटना पड़ा। पुलिस अब बलविंदर के बैंक खाते पर भी नजर बनाए हुए हैं।
दूसरी तरफ, लापता परिवार के परिजनों को किसी रंजिश की चिंता सताए जा रही है। उनका कहना है कि बलविंदर उसकी पत्नी मनिंदर और उनकी 5 साल की बेटी रीत हंसी-खुशी घर से निकले थे लेकिन न जाने उनके साथ ऐसा क्या हो गया कि वह अचानक से लापता हो गए।
तीन जून से लापता है परिवार
आपको बता दें कि दिल्ली के बसंत विहार के रहने वाले बलविंदर सिंह पत्नी मनिंदर कौर और पांच वर्षीय बेटी रीत के साथ 24 मई को अपनी सफेद रंग की आई 10 कार से कालका निवासी अपने बड़े भाई के घर पहुंचे। वहां पर बलविंदर अपनी माता को छोडक़र पत्नी और बेटी के साथ देर शाम चंडीगढ़ के सेक्टर 40 स्थित ससुराल गए। तीन जून की सुबह करीब 8 बजे तीनों अपनी कार से दिल्ली के लिए रवाना हो गए लेकिन तीनों दिल्ली स्थित अपने घर नहीं पहुंच सके। परिवार के अन्य सदस्यों ने उनसे संपर्क करना चाहा तो नंबर स्विच ऑफ मिला था।