पंजाब में 2022 के विधानसभा चुनावों को देखते हुए राजनीतिक पार्टियों में सियासी हथकंडे अजमाईश शुरू हो गई है। पहले कांग्रेस ने दूसरी पार्टी के विधायकों को अपने पाले में लिया है। वहीं आज चंडीगढ़ में शिरोमणि अकाली दल बादल और बहुजन समाज पार्टी के नेताओं की ओर से मिलकर चुनाव में उतरने का ऐलान कर दिया है।
आज चंडीगढ़ पार्टी के मुख्यालय में शिरोमणि अकाली दल प्रधान सुखबीर सिंह बादल और बहुजन समाज पार्टी के नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने यह घोषणा की है।
It’s a new day in Punjab politics, Shiromani Akali Dal (SAD) and Bahujan Samaj Party (BSP) to fight the 2022 Punjab Legislative Assembly elections and future elections together: Sukhbir Singh Badal, SAD President pic.twitter.com/j67kj6HI1f
— ANI (@ANI) June 12, 2021
सुखबीर बादल ने अपने भाषण में कहा कि दोनों पार्टियों की सोच एक जैसी है। किसान,मजदूर और गरीबों के हितों का बात पार्टी करती हैं। बादल ने कहा कि आने वाले पंजाब चुनावों में दोनों दलों को एक संजीवनी मिली है जिससे वे बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
आपको बता दें कि शिअद ने भाजपा से लंबे समय तक गठजोड़ रखने के बाद तीन कृषि कानूनों को लेकर रिश्ता तोड़ दिया था । शिअद व बसपा 25 साल बाद फिर से एक हुए है जिससे पंजाब विधानसभा चुनावों में एक नया समीकरण बनना तय हो गया है।
20 सीटों पर बसपा चुनाव लड़ेगी
शिअद और बसपा पार्टियों ने एक होने का ऐलान किया है। इसके तहत अगले विधानसभा चुनावों में शिअद ने बसपा को 20 सीटों पर चुनाव लडऩे के लिए दी है।
1996 के चुनावों में एक थे शिअद और बसपा
पंजाब में शिअद और बसपा 1996 के चुनावों में एक थे और दोनों ने मिलकर चुनाव लड़ा था जिसमें बसपा को होशियारपुर,फिल्लौर और फिरोजपुर में जीत हासिल हुई थी। जिसके बाद 1997 में गठबंधन टूट गया था औैर फिर शिअद ने भारतीय जनता पार्टी के साथ दोस्ती कर ली थी।