कोरोना पॉजिटिव होने के बाद करीब एक महीने से जूझ रहे ओलंपियन स्टार पद्मश्री मिल्खा सिंह का शुक्रवार देर रात पीजीआई चंडीगढ़ में निधन हो गया। फ्लाइंग सिख के नाम से दुनिया भर में मशहूर मिल्खा सिंह की मई महीने में पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी। उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पिछले कुछ दिनों में उनकी तबीयत में सुधार आया था लेकिन अचानक से ऑक्सीजन का स्तर कम होने के बाद उनको सांस लेने में तकलीफ हुई और देर रात इस महान हस्ति के निधन की खबर आई।
परिजन उनके पार्थिव शरीर को चंडीगढ़ सेक्टर 8 में ले आए थे। घर और आसपास सन्नाटा पसरा हुआ था। घर पर जीव मिल्खा सिंह के साथ उनकी पत्नी कुदरत मिल्खा सिंह, बेटा हरजय मिल्खा सिंह और मिल्खा की बेटी मोना और सोनिया मौजूद थीं। मिल्खा सिंह का संस्कार आज दोपहर बाद सेक्टर-25 में किया जाएगा। संस्कार में शहर के प्रमुख लोगों को शामिल होने की अनुमति मिल सकती है।
इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को लोगों के दर्शन के लिए रखा गया हैं। जिसमें चंडीगढ़, पंजाब और अन्य जगहों से गणमान्य व्यक्तियों ने श्रद्वांजलि अर्पित की।
मिल्खा सिंह के निधन के बाद उनके बेटे व नेशनल लेवल के गोल्फर जीव मिल्खा सिंह ने बताया कि मेरे पिता का निधन रात 11.30 बजे के करीब हुआ। हम पीजीआई के डॉक्टरों के उनके साहसिक प्रयासों और दुनिया भर से मिले प्यार और प्रार्थना के लिए सबके आभारी हैं।मेरे पिता ने अपनी जिंदगी के लिए काफी संघर्ष किया था लेकिन भगवान के अपने तरीके हैं। यह सच्चा प्यार और साथ था कि पांच दिन में मां और पिता दोनों चले गए।