पंचकूला के साथ प्रदेश भर में लॉकडाउन के दौरान जरूरी सामान व इंडस्ट्री को छोडक़र बाकी सब कुछ बंद किया गया था। 24 मई से शुरू हुए अनलॉक में अब तक 7 चरणों में छूट देने से सभी जिलों में कारोबार पटरी पर लौटने लगा है। जिससे बिजनेस क्लास को काफी राहत मिली है।
हिंदी के मशहूर अखबार दैनिक भास्कर की मानें तो ऑटो मोबाइल, फुटवियर व बिल्डिंग मेटेरियल्स के कारोबार की करें तो लॉकडाउन से पहले के मुकाबले 70परसेंट से 75परसेंट तक रिकवर हो चुका है। वहीं फर्नीचर, ट्रांसपोर्ट व होटल-रेस्टोरेंट का कारोबार 30 से 40 परसेंट तक पहुंचा है। मोबाइल, टैक्सटाइल व इलेक्ट्रॉनिक्स का कारोबार 55 से 65 परसेंट तक पहुंचा है। ज्वेलरी का कारोबार 66 परसेंट पर पहुंचा है। सबसे ज्यादा 75 परसेंट रिकवरी फुटवियर व सबसे कम 30 परसेंट रिकवरी फर्नीचर उद्योग में हो पाई है। बिल्डिंग मेटेरियल में 72 परसेंट ग्राहकी लौटी है। ज्वेलरी-फर्नीचर उद्योग को शादियों के सीजन का इंतजार है।
इलैक्ट्रॉनिक्स गजेट
पहले मोबाइल, लैपटॉप व गैजेट्स का कारोबार हर माह औसतन 700 करोड़ का हो रहा था। ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन के हरियाणा प्रधान संजय खनेजा ने बताया कि नए प्रोडक्ट नहीं आ रहे। नए ऑर्डर देने में व्यापारी अभी कतरा रहे हैं। अभी 400 करोड़ रु. यानी 57परसेंट तक पहुंचा है।
जेम्स एंड ज्वेलरी
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसो. के प्रदेशाध्यक्ष राकेश वर्मा ने बताया कि ज्वेलरी कोरोबार में करीब 70परसेंट तक सुधार हो पाया है। सामान्य दिनों में प्रदेश में सोने-चांदी का कारोबार प्रतिमाह करीब 175 करोड़ रु. तक का होता था। वहीं विवाह-शादी के सीजन का इंतजार किया जा रहा है।
ट्रांसपोर्ट की बुकिंग बढ़ी
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट के जिला प्रधान धर्मवीर मलिक ने बताया कि सिर्फ पानीपत में हर रोज 25 करोड़ रु. का कारोबार था। लेकिन अब अनलॉक के बाद 4.5 लाख रु. तक पहुंचा है। बुकिंग में रोज इजाफा हो रहा है।
इलेक्ट्रॉनिक्स-होम अप्लायंस
अम्बाला का मिक्सी उद्योग 65 फीसदी रिकवर हुआ है। पहले रोज 5000 मिक्सी बनती थीं। लेकिन अब सिर्फ 3500 बन रही हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड होम अप्लायंसेस मैन्युफैक्चरर्स एसो. के अध्यक्ष अजय अग्रवाल बताते हैं कि गर्मी के कारण एसी-कूलर का बाजार 100परसेंट तक पहुंच गया है। बाकी प्रोडक्ट की सेल 65परसेंट तक पहुंची है।
टैक्सटाइल इंडस्ट्री
एक्सपोर्टर विनोद धमीजा ने बताया कि अनलॉक के बाद टैक्सटाइल का निर्यात 20परसेंट तक ही बढ़ा है।
फुटवियर कारोबार
बहादुरगढ़ में फुटवियर का कारोबार पहले सालाना 85 करोड़ का था। कोरोनाकाल में यह 80 करोड़ तक ही सिमट गया था। बहादुरगढ़ फुटवियर पार्क एसो. के सदस्य अरविंद जैन ने बताया कि पहले रोज करीब 20 हजार रुपए की सेल होती थी, अब यह 15 हजार तक ही पहुंची है।
होटल-ढाबे-रेस्टोरेंट
होटल-रेस्टोरेंट का कारोबार प्रदेश में पहले हर माह 500 करोड़ का हो रहा था। अब होटल में और ढाबों व रेस्टोरेंट में 45 परसेंट तक ग्राहक पहुंच रहे हैं। वहीं मुरथल के सुखदेव ढाबे में पहले 24 घंटे में 13 हजार से ज्यादा लोग खाना खाते थे। अभी सिर्फ 50 परसेंट ही ग्राहक आ रहे हैं।
बिल्डिंग मेटेरियल्स
लॉकडाउन से पहले प्रदेश में बिल्डिंग मेटेरियल्स यानी ईंट, पत्थर, टाइल्स, लोहा, सरिया, सीमेंट, बजरी आदि का कारोबार प्रतिमाह करीब 25 हजार करोड़ रुपए का होता था। अनलॉक के बाद यह करीब 18 हजार करोड़ रुपए पर पहुंच पाया है। यानी बिल्डिंग मेटेरियल का उद्योग 72 परसेंट तक रिकवर हो चुका है।
फर्नीचर की अभी धीमी रफ्तार
फर्नीचर का काम अभी 30 परसेंट ही चल पाया है, क्योंकि जो लेबर चली गई थी, वह अभी काम पर वापस नहीं लौटी है। प्लाईवुड उद्योग की करीब 60 परसेंट तक फैक्ट्रियां चल पड़ी हैं। लॉकडाउन से पहले रोजाना 8 से 10 करोड़ रुपए का कारोबार होता था। अनलॉक के बाद अब 5 से 6 करोड़ का कारोबार हो रहा है।
ऑटोमोबाइल सेक्टरऑटो मोबाइल डीलर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष अशीष बाम्बा ने बताया कि जनवरी में प्रदेश में 32,121 टूव्हीलर की सेल हुई थी। जून में 22484 टू-व्हीलर की सेल हुई। यानी सेल 70 परसेंट ही पहुंची है। वहीं जनवरी में कार, जीप व अन्य हल्के वाहन 18,561 बिके थे। जून में 11,136 वाहन बिके हैं।