पंचकूला के अभयपुर और बुढऩपुर में पीने के पानी में सीवर मिक्स हो जाने से डायरिया फैल गया। जिससे बुढऩपुर के 9 साल के बच्चे की मौत हो गई। वहीं रात करीब 9 बजे तक डायरिया से ग्रस्त कुल 50 मरीजों को सिविल अस्पताल में एडमिट किया जा चुका था। हैल्थ डिपार्टमेंट की ओर से दोनों गांवों में टीमों द्वारा दवाइयां और ओआरएस के पैकेट लोगों को बांटे गए हैं।
वहीं लोगों ने बताया कि डायरिया का मुख्य कारण गंदे पानी की आपूर्ति का होना बताया जा रहा है। कुछ दिनों से दोनों गांवों में गंदा पानी आ रहा था। उसमें से बदबू भी आ रही थी।
इस संबंध में लोगों ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को भी शिकायत दी थी, इसके बाद गांव अभयपुर में तो पानी सप्लाई ठीक करने का दावा किया गया था, लेकिन इसके बाद भी पानी से बदबू आना बंद नहीं हुई और लोगों को डायरिया ने अपनी चपेट में ले लिया है।
गांव अभयपुर की महिला सुनीता ने दैनिक भास्कर को बताया कि कई दिनों से पीने के पानी में बदबू आ रही थी। पानी पीने के बाद अचानक उल्टियां और दस्त लग गए। जिसके बाद उसे सिविल अस्पताल लेकर आए, जहां पर पहले ही कई और मरीज भर्ती थे।
वहीं सुरेश कुमार ने बताया कि कई दिनों से पानी में बदबू के बारे में स्थानीय पूर्व पार्षद सुभाष निषाद और युवा नेता अंकुश निषाद को सूचित किया गया था, जिन्होंने प्राधिकरण के अधिकारियों को भी मामले में शिकायत दी थी लेकिन पानी सप्लाई तो ठीक कर दी गई, लेकिन उस में बदबू आने का सिलसिला जारी था लोगों ने यह पानी लगातार पी लिया और जिसके कारण लोगों की हालत बिगड़ गई।
सिविल सर्जन, पंचकूला की डा. मुक्ता ने बताया कि गांव अभयपुर और बुढनपुर में डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ की टीम को तैनात किया गया है, जोकि मरीजों के स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए हैं। लोगों को बचाव के लिए दवाई दी जा रही है। ओआरएस दिया जा रहा है। मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी।