इंडियन सीनियर वुमन फुटबॉल टीम की सबसे छोटी उम्र की खिलाड़ी मनीषा को एआईएफएफ ने इमर्जिंग (प्रतिभाशाली) फुटबॉलर ऑफ द ईयर 2020-21 का अवॉर्ड दिया है। मनीषा चंडीगढ़ के सेक्टर- 36 स्थित एमसीएम डीएवी कॉलेज की फाइनल इयर की स्टूडेंट हैं। हालांकि, उसकी इस उपलब्धि से परिवार वाले काफी खुश हैं। मनीषा का परिवार होशियारपुर के गुगोवाल गांव में हैं।
मनीषा को छोटी उम्र में ही बेहतर प्रदर्शन की बदौलत सीनियर महिला टीम में जगह मिली थी । आपको बता दें कि वह सिर्फ 19 साल की हैं और सीनियर महिला टीम में सबसे छोटी उम्र की फॉरवर्ड प्लेयर हैं।
13 वर्ष की उम्र में किया फुटबॉल खेलना शुरू
दैनिक जागरण को एक इंटरव्यू के दौरान मनीषा ने बताया था कि बचपन में एथलेटिक्स को लेकर काफी क्रेजी थी, मैदान पर प्रेक्टिस शुरू होने से पहले ही पहुंच जाती थी। वहां लडक़ों को फुटबाल खेलते देखकर इस खेल की ओर आकर्षित हुई थी । उन्होंने 13 साल की उम्र में गांव के सरकारी स्कूल में फुटबॉल खेलना शुरू किया। इसके बाद पालदी में खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल की फुटबॉल अकादमी में 10वीं कक्षा तक खेलीं। इस दौरान चंडीगढ़ में आयोजित ऊर्जा कप भी खेलने आईं थी।
मनीषा की बड़ी बहन मनु चलाती हैं घर का खर्चा
अमर उजाला अखबार की मानें तो मनीषा के पिता नरिंदर पाल की गांव में कास्मेटिक की दुकान थी। आठ साल पहले एक हादसे में वह चोटिल हो गए थे। इसके बाद उनकी दुकान बंद है। मां राजकुमारी गृहणी हैं। मनीषा की बड़ी बहन मनु दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में काम करती हैं। उसी पर सारे परिवार के खर्च की जिम्मेदारी हैं।
मनीषा की एचिवमैंट्स
2019 में स्पेन में हुए कोटिफ कप साउथ एशिया गेम्स में गोल्ड मेडल जीता।
2019 में हांगकांग में हुए फुटबॉल टूर्नामेंट
2019 में इंडोनेशिया में हुए फुटबॉल टूर्नामेंट
2019 में हीरो गोल्ड कप
2019 में टर्की में हुए तुर्किश कप
2019 में नेपाल में हुए एसएफएफएस कप चैंपियनशिप
2019 में नेपाल में हुए साउथ एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल विजेता भारत महिला टीम की सदस्य
2018 में भूटान में हुए एसएएफएफ कप अंडर-18 वुमन चैंपियनशिप
2018 में थाईलैंड में हुए एएफसी अंडर- 19 वुमन चैंपियनशिप