टोक्यो ऑलंपिक में खिलाडिय़ों का मनोबल बढ़ाने के लिए हर कोई चियर अप कर रहा हैं। लेकिन चंडीगढ़ के एक ऑटो रिक्शा चलाने वाले अनिल कुमार अपनी अनोखी मुहिम के तहत खिलाडियों का मनोबल बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बैनर लगाया है कि यदि कोई खिलाड़ी मेडल जीत कर लाएगा तो उसे अपने ऑटो पर 5 दिनों तक फ्री में चंडीगढ़ की सैर करवाएगें।
अनिल ने बताया कि वह चंडीगढ़ में पिछले 12 सालों से ऑटो चला कर अपने परिवार का सहारा बने है। दैनिक भास्कर को वह बताते है कि वे देश के खिलाडियों और सैनिकों की कद्र करते है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह से देश के खिलाडय़िों ने अपनी प्रैक्टिस जारी रखी और ऑलंपिक में क्वालीफाइ किया और अब टोक्यो में मेडल के लिए मेहनत कर रहे है।
उनका उत्साह और हौसला बढ़ाने के लिए अपने छोटे से ऑटो पर एक बैनर लगाया है। इस बैनर में लिखा है कि जो भी खिलाड़ी गोल्ड मेडल जीत कर लाएगा उसे पांच दिनों तक चंडीगढ़ की मुफ्त में सैर करवाऐंगे।
अनिल ने बताया कि देश में क्रिकेट के नाम पर तालियां बजाने वाले और पुरस्कार देने वाले तो बहुत है अगर देश के इन खिलाडिय़ों की मदद की जाए तो देश में ऑलंपिक के एक-दो नहीं सैकड़ों मेडल आ सकते है।
अनिल कुमार बताते है कि उन्होंने अपने ऑटो पर इंडियन आर्मी के लिए भी बोर्ड लगाया है। वे पिछले 12 सालों से आर्मी जवानों के लिए फ्री में सेवा दे रहे है। इसके अलावा वे गर्भवती महिलाओं को भी अस्पताल पहुंचाने का काम कर रहे है।
अनिल बताते है कि वे अभी तक 1022 महिलाओं को अस्पताल में फ्री पहुंचा चुके है। उन्होंने ये भी बताया कि दो बार ऐसा मौका आया जब उनके ऑटो में ही डिलीवरी हो गई। अनिल ने कहा कि वे सडक़ हादसे में घायल लोगों को बेहिचक मदद के लिए अस्पताल पहुंचाने से पीछे नहीं हटते।