चंडीगढ़ में लंबे समय के बाद पहली इलेक्ट्रिक बस आज सडक़ पर उतरेगी। आप को बता दे कि कई वर्षों के इंतजार और लगातार कई टेंडर प्रोसेस के बाद आखिरकार आज पहली इलेक्ट्रिक बस शहर की सडक़ पर चलती दिखाई देगी। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर पंजाब राजभवन से बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेगें और इसमें सफर भी करेंगे।
हालांकि चंडीगढ़ की पब्लिक अभी इस बस में सफर नहीं कर सकती, क्योंकि इसे फिलहाल ट्रायल बेस पर चलाया जाएगा।
आम पब्लिक ट्रायल के बाद ही इलेक्ट्रिक बसों में सफर कर सकेंगे। इसके लिए लोगों को एसी बस के जितना किराया चुकाना पड़ेगा। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के डायरेक्टर उमा शंकर गुप्ता ने बताया कि फिलहाल इस बस को सेक्टर-17 से मनीमाजरा तक चलाया जाएगा।
अभी यह देखा जाएगा कि बस एक बार चार्ज होने पर कितनी देर चलती है और कितनी सवारियों को ढोने की कपैस्टिी रखती है। इसकी बैटरी कितनी देर में चार्ज होती है। यह सब जांचने के बाद बस को रूट पर चलाया जाएगा।
वर्तमान में चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग की बसें सिटी में चलती है, लेकिन ई-बसें चलाने के लिए विभाग ने निजी कंपनी के साथ टाय अप किया है। 40 ई-बसों के लिए अशोक लेलैंड के साथ ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का करार हुआ है।
इसके अनुसार बस, चार्जिंग स्टेशन और मेंटीनेस का जिम्मा कंपनी का ही होगा। जिसमें ड्राइवर भी कंपनी का ही होगा। हालांकि, बस में कंडक्टर सीटीयू का होगा। डिपार्टमेंट कंपनी को प्रति किमी 60 रुपये का भुगतान करेगा।
निजी कंपनी ने प्रशासन को बताया है कि 40 में 19 बसें अगस्त महीने में भेजी जाएंगी और फिर बाकी सभी सितंबर के महीने में पहुंच जाएंगी। डिपार्टमेंट के ऑफिसर के अनुसार अक्तूबर महीने में शहर की सडक़ों पर 40 ई-बसें चलती दिखाई देंगी।