चंडीगढ़ में एक बुजुर्ग दुकानदार ने पैसों के लेनदेन से परेशान होकर बुड़ैल में अपनी दुकान के अंदर फंदा लगाकर जान दे दी। मृत दुकानदार की पहचान नरेश कुमार मित्तल के रूप में हुई हैं। मृतक के बेटे सुशील कुमार मित्तल की शिकायत देने के बाद पुलिस ने खरड़ के संजीव कुमार के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। वहीं सेक्टर-34 थाना पुलिस मामले की जांच के बाद गिरफ्तारी भी होने का हवाला दे रही है।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट अनुसार पुलिस को जानकारी देते हुए सुशील मित्तल ने बताया कि वह परिवार सहित जीरकपुर में रहता हैं। उनके पिता नरेश कुमार मित्तल की बुड़ैल में दुकान है। 4 अगस्त को उसके पिता रात 10.00 बजे तक घर नहीं लौटे। रोजाना रात 9 बजे तक वापस आ जाते है।
वह मां और बहन के साथ पिता को दुकान से लेने गया। गली में दुकान के नीचे एक्टिवा ना खड़ी होने की वजह से वह गली से देखकर वापस चले गए। उसी रात उन्हें उनके पिता के फोन से पुलिस का फोन आया। फोन करने वाले पुलिस अधिकारी ने उन्हें तुरंत दुकान पर आने को कहा। दुकान पहुंचने पर देखा कि पिता ने दुकान में लगे पंखे से फंदा लगा सुसाइड कर लिया है।
सुशील ने बताया कि उसके पिता बीते कुछ दिनों से काफी परेशान चल रहे थे। उन्होंने बताया था कि संजीव नाम का व्यक्ति उन्हें बीते कुछ समय से काफी परेशान कर रहा है। संजीव के साथ उनका कुछ पैसे का लेनदेन था। पिता की ओर से काफी पैसे दिए जाने के बाद भी संजीव उन्हें परेशान करता था।
उन्होंने बताया कि उनकी मौत के बाद परिवार वाले सभी सदमे में थे। उन्हें पता चला कि उनके पिता ने जो मरने से पहले सुसाइड नोट लिखकर गए हैं। उसमें भी उन्होंने लिखा है कि संजीव कुमार उन्हें बहुत परेशान करता है।
सुशील ने आरोप लगाया है कि उनके पिता को आरोपित संजीव ने इतना तंग किया हुआ था कि उन्हें सुसाइड करने पर मजबूर कर दिया। शिकायतकर्ता का आरोप है कि आरोपी संजीव कुमार की वजह से उनके पिता ने जान दी है।