चंडीगढ़ में अब प्रशासन ने व्हीकल की ट्रैफिक वॉयलेशन पर नजर रखने के लिए कमर कस ली है। फिलहाल चंडीगढ़ में सिर्फ चार ट्रैफिक जंक्शन- ट्रिब्यून चौक, ट्रांसपोर्ट लाइट पॉइंट, हल्लोमाजरा लाइट पॉइंट और विकास नगर लाइट पॉइंट पर ट्रैफिक वॉयलेशन सर्विलांस पर रखा है और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बेल) पंचकूला स्थित दफ्तर में सर्वर बनाकर ऑनलाइन नजर भी रखी जा रही है।
चंडीगढ़ भास्कर की रिपोर्ट अनुसार भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ऑनलाइन डाटा को अपने पास रखेगी और उसके तीन महीने बाद सेक्टर-17 के इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर को चलाने पर ट्रैफिक पुलिस के हवाले करेगी। ट्रैफिक पुलिस पता लगाएगी कि सिटी में व्हीकल किस तरह की वॉयलेशन ज्यादा करते हैं।
किस तरह के हैं कैमरे
चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से 40 ट्रैफिक जंक्शन पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्नाइजेशन, रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन और ओवर स्पीड डिटेशन कैमरे लगवाए जा रहे हैं। अभी तक 26 जंक्शन पर सिस्टम पुरी तरह लग चुके है।
अभी कहां रखी जा रही है नजर
फिलहाल अभी तक स्मार्ट सिटी चंडीगढ़ की ओर से बेल के सेंटर में केवल चार जंक्शन पॉइंट से निकलने वाले ट्रैफिक वॉयलेशन को ऑनलाइन देखा जा सकता है। इन चार लाइट पॉइंट्स के ऑप्टिकल फाइबर को पंचकूला एरिया में बीएसएनएल की लाइन से जोडक़र बेल ऑफिस तक ले जाया जा रहा है। बेल में सर्वर है, जहां इन चारों लाइट से गुजरने वाली व्हीकल की वॉयलेशन पर पूरी तरह से नजर रखी जा रही है। इसके अलावा शहर के सभी 20 एंट्री पॉइंट्स पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्नाइजेशन कैमरे लगाए जा चुके हैं।
ट्रैफिक जाम होने पर लाइट कंट्रोल करेगें
चंडीगढ़ के 40 ट्रैफिक जंक्शन पर एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम लगाए जा रहे हैं। इनके जरिए ट्रैफिक जाम होने पर ग्रीन लाइट का टाइम बढ़ाया जा सकेगा। अगर रोड पर ट्रैफिक जाम हो गया तो वहां ट्रैफिक पुलिस के बिना ही ग्रीन लाइट का टाइम बढ़ा दिया जाएगा।
31 दिसंबर के बाद शुरू होंगे ट्रैफिक वॉयलेशन करने वालों के चालान
अभी चंडीगढ़ की रोड्स पर स्पीड लिमिट के बोर्ड नहीं लगाए गए हैं। जिससे कोई टू व्हीलर चालक फिक्स लिमिट पर नहीं चल रहा है, पुलिस भी ओवरस्पीड पर चालान कम कर रही है। लेकिन फोर-व्हीलर के ओवरस्पीड को पुलिस जगह-जगह नाके लगाकर चेक करती रहती है। वहीं 31 दिसंबर के बाद टू और फोर-व्हीलर की स्पीड तय लिमिट से बढ़ी तो पुलिस कमांड कंट्रोल सेंटर से ई-चालान आपके मोबाइल पर पहुंच जाएगा।
* चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी ने 333 करोड़ में काम बेल को दिया है।
* सिटी में करीब 250 किमी तक ऑप्टिकल फाइबर बिछाना है
* सेक्टर-17 में इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर, पुलिस कमांड कंट्रोल और स्काडा बनाना है
* 40 पॉइंट्स पर वॉयलेशन करने वालों के चालान होंगे