भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी, तब तक आंदोलन चलता रहेगा। 5 सितंबर से मुजफ्फरनगर से राष्ट्रीय किसान महापंचायत कर यूपी के साथ मिशन देश शुरू किया जाएगा।
सेक्टर-25 में किसानों की रैली का नेतृत्व करने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत चंडीगढ़ पहुंचे। जिसमें चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा के किसानों को बढ़चढ़ कर हिस्सा लेकर किसान आंदोलन को मजबूत बनाते हुए खुल कर समर्थन देने अपील की।
चंडीगढ़ पुलिस द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर बेरिकेड लगा कर किसानों को आगे बढऩे से रोका गया। दोपहर तक करीब 1000 किसान रैली ग्राउंड में पहुंच चुके थे। जगह जगह वाहनों का जमावडा लगा हुआ था। वहीं, चंडीगढ़ समेत पंजाब से संयुक्त किसान मोर्चा, किसान एकता मंच और अन्य करीब 40 जत्थेबंदियों के साथ किसान नेताओं ने भारत सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनकारियों में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया। किसान नेता टिकैत ने कहा कि चंडीगढ़ में चल रहा आंदोलन किसानों की एक बड़ी जीत है। पहले लोग सुखना लेक पर घूमने के लिए जाया करते थे लेकिन अब किसान आंदोलन का हिस्सा बन कर राउंटबाउट पर संघर्ष कर रहें हैं।
मीडिया से रूबरू करते हुए राकेश टिकैत ने स्पष्ट तौर पर कहा कि पिछले 9 महीनों से दिल्ली बार्डर पर संघर्ष कर रहे किसानों की आवाज जाया नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन 3 कृषि कानूनों को रद्द करने का नहीं बल्कि देश को बचाने के लिए है। भारत सरकार ने देश के किसानों की जमीनें कार्पोरेट घरानों को बेचने की शुरूआत कर दी है। उन्होंने बताया कि देश में गोदाम पहले बनना शुरू हुए और तीन काले कानून बाद में लाए गए
टिकैत ने कहा कि चंडीगढ़ में आठ महीनों से आंदोलन पर बैठे बुजुर्ग किसान नेता लाभ सिंह की उम्मीद यह बयान करती है कि किसानों का संघर्ष सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। देश के किसानों की एकता और अखंडता के आगे सरकार को अपना फैसला वापस लेना होगा। उन्होंने किसान नेता कुलदीप सिंह द्वारा किसान मोर्चे को दिए जा रहे समर्थन की सरहाना की।