पंचकूला के पास पिंजौर के रत्तपुर एरिया में कूड़े के ढ़ेर के पास फैंकी नवजात बच्ची की देखभाल पंचकूला सेक्टर-15 की शिशु गृह (नर्सरी) में की जा रहा हैं। यहां पर बच्ची को मेडिकल टीम की निगरानी में रखा गया है।
बच्ची को डॉक्टरों के अनुसार बताई गई डाइट दी जा रही है और अब जरूरत पडऩे पर बच्ची को रूटीन चेकअप के लिए भी डॉक्टर के पास भी ले जाया जाएगा। यह जानकारी शिशु गृह सेक्टर-15 के इंचार्ज मिलन पंडित ने दी है।
आप को बता दें कि 15 दिन पहले कालका की गंगा कॉलोनी के निवासी हरपाल सिंह, जो एक मजदूर का काम करते है, अपने दोस्त से मिलने जा रहे थे, तभी उसने इस बच्ची को लवारिस हालत में देखा था। शिकायतकर्ता ने बताया था कि रेलवे लाइन के साथ रथपुर कॉलोनी के पास जाते समय, हमने एक बच्चे के रोने की आवाज सुनी। जब हम वहां चेक करने के लिए रुके तो देखा कि सडक़ और रेलवे लाइन के बीच झााडिय़ों में एक नवजात बच्ची लेटी हुई थी उसके आसपास कोई शख्स नहीं था।
जिस नवजात बच्ची को कचरे के ढ़ेर में फेंक दिया था, जिसे अस्पताल में रखने के बाद छुट्टी दे दी गई है। बच्ची को डॉक्टरों के अनुसार रोजाना जांच की जा रही है। फिलहाल बच्ची का वजन नॉर्मल बच्चों से कम है। अस्पताल में भी बच्ची का वजन करीब 1 किलो 800 ग्राम था और अभी भी यही वजन बना हुआ है। अब बच्ची के अडॉप्शन से पहले सीडब्ल्यूसी अपने लेवल पर जांच करेगी। उसके बाद अगर बच्ची के मां बाप नहीं मिलते तो अडॉप्शन प्रोसेस शुरू होगा। फिलहाल, अभी बच्ची का पालन पोषण शिशु गृह में ही बेहतर ढंग से किया जाएगा।