लावारिस बच्ची को चाइल्ड हेल्पलाइन टीम को सौंपते हुए डेराबस्सी पुलिस।
डेराबस्सी बस स्टैंड के नजदीक शुक्रवार सुबह करीब डेढ़ वर्षीय एक बच्ची लावारिस पाई गई। करीब दो घंटे तक बच्ची की हरकतों को लोगों ने नोटिस किया परंतु वहां उसका कोई परिजन न मिलने पर लोगों ने करीब एक बजे पुलिस को सूचित किया। चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम बुलाकर थाने में करीब तीन घंटे बाद बच्ची को उसके हवाले कर दिया गया।
जानकारी मुताबिक नंगे पांव मिली बच्ची बोलने में अक्षम थी परंतु रोने की बजाय हरेक से घुलमिल रही थी। काफी देर लोग बच्ची की हरकतें नोटिस करते रहे फिर सतीश शर्मा वासी शक्तिनगर ने पुलिस को सूचित किया। सतीश के अनुसार वे बच्ची के परिजनों के लौटने के इंतजार कर रहे थे, वहीं बच्ची पर निगाह बनाए हुए थे कि कहीं उसे कोई अपरिचित उठा न ले जाए। बच्ची केवल मम्म और मम्मी ही बोल पा रही थी। उसे दूध, बिस्किट, चॉकलेट खिलाने के अलावा गोदी में घुमाते रहे। एएसआई हरनेक सिंह ने बताया कि 1098 पर चाइल्ड हेल्पलाइन पर सूचना दी गई। टीम में काउंसलर श्रीमती नीरज ठाकुर व लखविंदर डेराबस्सी थाने पहुंचे। उन्होंने बच्ची का सिविल अस्पताल में बकादया मेडिकल कराया गया। डीडीआर में उस बारे जानकारी दर्ज कर बच्ची को हेल्पलाइन टीम के हवाले किया गया। नीरजा ठाकुर ने बताया कि बच्ची को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने बच्चे का रिकार्ड तैयार करने के बाद उसे मोहाली के चाइल्ड शेल्टर होम भेज दिया गया है।