पंजाब के मुख्यमंत्री जल्द ही सूबे के बुजुर्गों को नया तोहफा देने जा रहे हैं। जिन बुजुर्गों को मोतियाबिंद है, उनका इलाज पंजाब सरकार अपने खर्चे पर करायेगी। जरूरत होगी तो मोतियाबिंद से परेशान बुजुर्गों का ऑपरेशन भी सरकार ही करायेगी। जल्द ही विभिन्न शहरों, कस्बों व ब्लॉक स्तर सहित गांवों में मोतियाबिंद की जांच के लिए कैंप लगाए जाएंगे।
इस बाबत खुलासा करते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बताया कि न केवल पंजाब सरकार मोतियाबिंद से परेशान बुजुर्गों का खर्चा उठाएगी बल्कि उन्हें जांच के बाद अगर ऑपरेशन की जरूरत होगी तो घर से बस के जरिये अस्पताल ले जाया जाएगा और फिर ऑपरेशन के बाद घर छोड़ा जाएगा। जिस जगह मोतियाबिंद की जांच के लिए कैंप लगेंगे वहीं जांच कराने पहुंचे बुजुर्गों व परिजनों के लिए लंगर की सुविधा भी रहेगी। एक महीने के दौरान ऐेसे बुजुर्गों का इलाज किया जाएगा। चरणजीत सिंह चन्नी के मुताबिक उनके पास फिलहाल 45 दिन बचे हैं। एक महीने के बाद पंजाब में कोई गांव-कस्बा, शहर या ब्लॉक नहीं होगा जहां मोतियाबिंद से ग्रस्त बुजुर्ग परेशान रहेगा। सभी बुजुर्गों का सरकार इलाज करा देगी। उन्होंने कहा कि केवल बुजुर्गों का ही नहीं बल्कि हर व्यक्ति जिसको मोतियाबिंद की वजह से नजर की समस्या है, उसे ठीक कराया जाएगा। उनकी आंखों में लैंस भी सरकारी खर्चे पर ही डलवाए जाएंगे। अगले दस दिन में इस योजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। बुजुर्गों को कैंप में आकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। कैंप में सब टेस्ट होंगे। मोतियाबिंद ग्रस्त बुजुर्गों का ऑपरेशन होगा। लैंस डाला जाएगा और उन्हें जरूरत होगी तो चश्मे भी दिये जाएंगे। चरणजीत सिंह से जब पूछा गया कि कहीं दिल्ली की आप सरकार की तर्ज पर ही आप ये कदम तो नहीं उठा रहे तो उन्होंने कहा कि दिल्ली मॉडल फर्जी मॉडल है। मैं बिलकुल आम आदमी हूं। मैंने जिंदगी को करीब से देखा है। आम आदमी, गरीब आदमी, मिडल क्लास, सब तरह के तजुर्बे खुद किये हैं जो मेरे कामकाज करने के तरीके में मदद कर रहे हैं। मैं आम आदमी को खुद मिलकर उनकी समस्याएं हल कर रहे हैं। मैं लोगों का सेवक बनकर काम कर रहा हूं। मैं बचपन से चोटें खाकर बड़ा हुआ हूं। मैंने गरीबी को बड़े नजदीक से झेला है।
पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह के तौर तरीकों व काम करने के स्टाइल के बारे पूछने पर उन्होंने कहा कि मैं कोई महाराजा हूं। जो मर्जी मुझे आकर मिल ले। लोग कहते हैं कि आप सोते कब हो। पहले लोग कहते थे कि ये क्या करेगा। अब लोग कहते हैं कि इसका क्या करिये। उनसे पूछा गया कि बीते साढ़े चार में जो फैसले हुए उनसे लगता है कि पूर्व सीएम विपक्षियों के साथ मिले हुए थे? सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि तब लिये गए फैसले यह खुज जाहिर कर रहे थे। अब देखो कि प्रकाश सिंह बादल ट्रांसपोर्ट की जो अवैध बसें चल रही हैं, उन पर ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा अमरिंदर सिंह वडि़ंग ने पूरी नकेल कसी हुई है। अवैध बसों पर कार्रवाई हो रही है। उनसे टैक्स वसूला जा रहा है। बीते साढ़े चार साल में भी ऐसा किया जा सकता था लेकिन नहीं हुआ?