मोहाली। व्यक्ति के स्वभाव में पाॅजिविटी हो तो हर नामुमकिन काम को भी मुमकिन किया जा सकता है, 81 साल की बुर्जुग महिला ने कोरोना जैसे खरतनाक संक्रमण से जंग जीतकर ये साबित कर दिया।
ट्राईसिटी की पहली सबसे बुर्जुग महिला जिनकी उम्र करीब 81 साल है। इन्हें कोरोनावायरस था। अब तक आई खबरों के अनुसार ये ही माना जा रहा था कि 60 साल की उम्र से ज्यादा लोगों ये इस बीमारी से लड़ पाना मुश्किल है
लेकिन 81 साल की कुलवंत निर्मल कौर कोरोना वायरस को मात देकर बिल्कुल स्वस्थ होकर अपने घर वापस लौट आई है।घर जाने से पहले बुजुर्ग महिला से उनकी देखरेख कर रहे डाॅक्टर तथा नर्स स्टाफ को धन्यवाद किया।
40 साल रह चुकी है स्टाफ नर्स
कुलवंत कौर 81 साल थी। उनमें कोविड के सबसे घातक लक्षण थे। लेकिन वह काफी पॉजिटिव थीं। कुलवंत कौर ने चालीस साल स्टाफ नर्स के रूप में काम किया है। वह चंडीगढ़ के सरकारी अस्पताल से रिटायर हुई थीं। उनके घर कोई विदेश से आया था। उसी के संपर्क में आने से वह कोरोना की शिकार हुई थीं।
हालांकि जब यह अस्पताल पहुंची तो यह अस्पताल के लिए काफी संवेदनशील मरीज थीं। क्योंकि वह पहले ही हार्ट डिजीजए हाई ब्लड प्रेशरए डायबिटीज से यह पीड़ित थीं। ये अपने आप में किसी चमत्कार से कम नहीं है।