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पंचकूला में कोरोना के 45.60% मामले युवा वर्ग के

पंचकूला। जिलें में कोरोना महामारी काफी तेज रफ्तार से बढ़ रही है। हालांकि शुरूआत में पंचकूला में कोरोना के न के बराबर संक्रमित थे। जिसके बाद एक बार तो पंचकूला को कोरोना मुक्त भी घोषित किया गया था।

लेकिन इन दो महीनों में कोरोना इतनी तेज गति से फैला है कि अब पंचकूला के लगभग हर छोटे-बड़े इलाके से प्रतिदिन नए संक्रमित के पाए जा रहे है। चिंता का विषय यह है कि पंचकूला में सबसे ज्यादा युवावस्था यानि 21 से 40 साल के लोग कोरोना की चपेट में घिरते चले जा रहे हैं। पंचकूला कोविद बुलेटिन के अनुसार 11 से 13 सितम्बर के बिच जिलें में कुल 478 नए कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए है। जिनमें से 218 मरीज युवा वर्ग यानि 21 से 40 वर्ष के लोग थे।

‘द ट्रिब्यून’ द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार पंचकूला में कोरोना की चपेट में आने वाले लोगों में 0-10 साल के 19 पॉजिटिव मामले सामने आए है। 11-20 साल ऐज ग्रुप में 34 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए है। 21 से 40 ऐज ग्रुप में सबसे अधिक 218 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए है। वहीं 41-60 ऐज ग्रुप में कुल 149 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए और  60 वर्ष से अधिक उम्र के 58 मामले सामने आए है। हालांकि 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की ज्यादा मौत दर्ज की गई है क्योंकि इस उम्र के वर्ग के लोगों को कई अन्य बिमारियां होने के कारण कोरोना को मात दे पाना मुश्किल होता है।

जिस पर सिविल सर्जन डॉ. जसजीत कौर का कहना है कि युवा लोग नौकरी या अन्य कामों के कारण घर से ज्यादा बाहर निकल रहे है। जिस कारण वह कोरोना वायरस के संपर्क में आने के कारण संक्रमित हो रहे है। साथ ही इन लोगों के संपर्क में आने के कारण इनके परिवार को लोग भी इस संक्रमण की चपेट में आ रहे है।

डॉ. जसजीत कौर ने युवा लोगों से कोरोना के प्रति किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने का आग्रह किया। साथ ही कोरोना को लेकर बनाए गए नियमों को सर्तकता से पालन करने को कहा ताकि उनकी गलती के कारण उनका पूरा परिवार कोरोना जैसी महामारी की चपेट में आने से बच सके।