- गैंगसटर सोशल मीडिया पर धमकी देकर करते हैं वारदात को अंजाम
- एनएसयूआई नेता रंजीत सिंह राणा को शूटर्स ने दिन दहाड़े मारा
चंडीगढ़ और पंजाब में गैंगवार ने एक बार फिर अपने हाथ एक नया मर्डर कर बदला लिया है, लेकिन पुलिस कुछ भी नहीं कर पा रही है। सोपू प्रधान गुरलाल बराड़ की 10 अक्टूबर को इंडस्ट्रियल एरिया के मॉल के बाहर गोली मारकर हत्या के बाद जो गैंगवार अब शुरू हो गई है। गुरलाल की हत्या का जिम्मा दविंदर बंबीहा ग्रुप ने लिया था। इसके बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया पर मैसेज था कि एक की मौत का बदला चार से लिया जाएगा।
वीरवार को पंजाब के मलोट में रहने वाले NSUI नेता रंजीत सिंह राणा की शार्प शूटर्स ने गोली मारकर हत्या कर दी। शूटर्स ने राणा को कुल 8 गोलियां मारी। रंजीत पहले हाईवे रॉबर गैंग के मुखिया जयपाल का पार्टनर था उस दौरान जयपाल के साथी राजीव राजा को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जब उसे पंचकूला की कोर्ट में ले जाया जा रहा था तो रंजीत ने उसे फरार करवाया था। जिसकी इसी मामले को लेकर गिरफ्तारी भी हुई थी। जयपाल जब अंडरग्राउंड हुआ तो रंजीत दविंदर बम्बिया ग्रुप के साथ जुड़ गया।
शार्प शूटर ने मारने की नियत से गोली सिर पर मारी
पुलिस ने बताया कि पीयू का पूर्व स्टूडेंट रंजीत सिंह राणा वीरवार को एक हॉस्पिटल से अपने घर कार में जा रहा था। रंजीत राणा अपनी पत्नी को हॉस्पिटल में लेकर आया था। जब वह दवाई लेकर वापस जा रहा था तो आरोपियों ने ट्रैफिक ब्लॉक कर फायरिंग शुरू कर दी। जब गोलियां चलाईं, तब रंजीत फोन सुन रहा था। शार्प शूटर ने 15 राउंड तक गोलियां चलाई थी। पहली गोली फोन से आर-पार होते हुए सिर पर लगी।
सोशल मीडिया पर एक दूसरे के खिलाफ धमकियां-दूसरा ग्रुप सिर्फ बोलता है, हमने कर दिया…
हत्या करने के बाद लॉरेंस गैंग की तरफ से सोशल मीडिया पर लिखा गया- ‘रंजीत सिंह राणा की हत्या उन्होंने की है और यह गुरलाल की हत्या का बदला है। दूसरा ग्रुप सिर्फ बोलता है, हमने कर दिया। राणा की हत्या बदला है, लेकिन गुरलाल की हत्या का बदला अभी पूरा नहीं हुआ। अभी और बदला लेना बाकी है’। जिससे अब लगता है कि चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा में गैंगवार शुरू है।
बाइक देने वाले को पुलिस ने पकड़ा चार दिनों के रिमांड पर भेजा…
गुरलाल की हत्या के मामले में बुधवार को चंडीगढ़ पुलिस ने गुरविंदर को इंडस्ट्रियल एरिया थाना पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां उसे 3 दिन के रिमांड पर भेजा गया। कोर्ट में पुलिस ने रिमांड हासिल करने के पीछे बताया हैं कि आरोपी से बरामद बाइक की नंबर प्लेट हासिल करनी है। नंबर प्लेट उसने रोपड़ में नहर के किनारे कहीं पर छिपाई हुई है। आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि वह बंबीहा ग्रुप के कुछ अपराधियों के साथ रह चुका है और वे वारदात को अंजाम देने के बाद पठानकोट में छिपते थे। पुलिस जांच करेगी कि गुरविंदर किन-किन लोगों के संपर्क में हैं जो इस हत्याकांड से जुड़े हुए हैं। वारदात में इस्तेमाल बाइक गुरविंदर ने ही लक्की के कहने पर शूटर को मुहैया करवाई थी।