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चंडीगढ़ में मंदी के दौर में भी गाडिय़ों की रिकार्ड तोड़ सेल

  • बाजार से मंदी का दौर अब हो रहा हैं गायब

कौन कह रहा हैं कि बाजार में अभी भी मंदी का दौर चल रहा हैं जबकि पिछले साल की तुलना में इस बार उम्मीद से ज्यादा गाडिय़ा अकेले चंडीगढ़ सिटी में बिकी हैं। फैसटिवल सीजन को देखते हुए ऑटोमोबाइल डीलर्स के चेहरे भी खिल उठे हैं। जहां पिछले कुछ महीनों से ऑटोमोबाईल डीलर मंदी के दौर से गुजर रहे थे वहीं इस सीजन ने उनके चेहरों को खुश कर दिया हैं। डीलर्स ने कस्टमर्स को लुभावने के लिए कई ऑफर तक दिए थे।

ऑटोमोबाइल्स सेक्टर में कोरोना नहीं बना पाया अपनी जगह

कोरोना काल में नवरात्रों माता रानी की कृपा बनी रही वहीं ऑटोमोबाइल्स वालों को सेल को लेकर काफी फायदा हुआ। भास्कर समाचार में प्रकाशित खबर के अनुसार इस बार नवरात्रो में शहर भर में तकरीबन 1700 गाडिय़ां बिकी। सबसे ज्यादा 50 फीसदी गाडिय़ों की डिलीवरी नवरात्रों के पहले दिन और आखरी दिन में हुई। यह ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए काफी सुखद और राहत की बात है।

ऑटोपेस के डायरेक्टर ने बताया कि इस बार आल्टो स्विफ्ट,मारुती की डिमांड कुछ ज्यादा रही। नेक्सा में बलीनो, ब्रीजा,एसक्रॉस की ज्यादा डिमांड रही। उन्होंने बताया कि अकेले उनके 210 गाडिय़ों की सेल हुई। वहीं बर्कले ऑटोमोबाइल के एमडी ने बताया सभी ब्रांड की 1700 गाडिय़ां 8 दिन में बेची गई है, जिनमें से हुंडई की 400 गाडिय़ां केवल चंडीगढ़ में ही सेल की गई हैं। जोकि पिछले नवरात्रों की तुलना में इस बार 300 से 400 कारें ज्यादा बिकीं।

इस बार कंपनियों ने कस्टमर्स को लुभाने के लिए काफी अच्छे ऑफर्स रखे थे ताकि ऐसे लुभावने आफर देकर कस्टमर नवरात्रों में ही गाड़ी खरीदने के लिए मजबूर हो जाएं। हेचबेक सेग्मेंट की गाड़ी पर 50 से 60 हजार तक का डिस्कांउट दिया गया था।

स्टॉक की शार्टेज

कोरोना की वजह से डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स को पहले की काफी नुकसान हुआ हैं। अगर सेल इसी तरह चलती रही तो दिसंबर तक उनका पिछले महीनों का नुकसान पुरा हो जाएगा। है।