यूटी एड़मिनीस्ट्रेशन ने सेंटर गर्वमेंट की फाईनांस मिनीस्ट्री से म्यूनिसिपल कारर्पोरेशन चंडीगढ़ के खर्च के लिए 275 करोड़ रूपए की एडिशनल ग्रांट मांगी हैं। एड़मिनीस्ट्रेशन की ओर से बताया हैं कि इस राशी को वित्तीय घाटे से उभारने के लिए पिछले एक साल से अटके विकास कार्यों पर खर्च किया जाएगा।
अंग्रेजी के नामचीन समाचार पत्र में प्रकाशित खबर के अनुसार एड़मिनीस्ट्रेशन ने 1470 करोड़ रूपए के अपने बजट की लिस्ट को सिविक बॉडी के पास लिखित में जमा करवाई हैं। ताकि जनरल हाउस में पास किया जाए और एप्रुवल के लिए यूटी को भेजी जाएं।
म्यूनिसिपल कारर्पोरेशन के एक ऑफिसर ने बताया कि कारर्पोरेशन वित्तीय घाटे के दौरान सेलरी देने और अन्य विकास कार्य को करवाने में बजट की किल्लत से गुजर रहा हैं। यहां तक की हम किसी भी नए प्रोजेक्ट को शुरू नहीं कर पा रहें हैं और तो और पहलेे के अलॉट कार्य बजट न होने की किल्लत के चलते रूके हुए है।
सीनियर ऑफिसर्स के निर्देशों के बावजूद भी हम नए टैंडर की एडर्वटाईंजिंग तक नहीं कर पा रहें हैं। यूटी के एडमिनीस्ट्रेटर वी पी बदनौर से मुलाकात कर सिर्फ तीन कार्य के लिए एक राशी जारी करवाई गई हैं जिससे रोड़ की रि-कारपेटिंग, वॉटर वक्र्स और स्ट्रीट लाईट के कार्य करवाने शुरू किए गए हैं।