दिवाली के मौके पर आतिशबाजी बेचने के रूख पर चंडीगढ़ प्रशासन अभी कशमकश में हैं । वहीं क्रेक्रस डीलर एसोसिएशन ने नराजगी जाहिर की हैं कि अगर इस बार दिवाली पर क्रेक्रस बेचने की परमीशन नहीं मिली तो स्मॉल टेड्रर्स को करीब पांच करोड़ रूपए का नुकसान हो जाएगा।
क्रेक्रस का आर्डर अडवांस में
ट्रेडर्स ने दोहराया है कि दशहरे पर भी के्रक्रस ना बेचने से उनका स्टॉक ज्यूं का त्यूं पड़ा हुआ है अगर दिवाली पर माल नहीं निकाला तो रोजी रोटी चलानी मुश्किल हो जाएगी क्योंकि लाखों रूपए के के्रक्रस खरीदने के लिए अडवांस आर्डर फैक्टरियों को दिए जा चुके है। पहले ही लॉकडाउन में कामकाज बिलकुल ठप्प था।
किसानों का ठीकरा के्रक्रस ट्रेडर्स पर फोड़ा
एसोसिएशन ने रोष जताया है कि हर बार दिवाली के आसपास प्रदूषण को लेकर चिंता जाहिर की जाती हैं जबकि पंजाब और हरियाणा में किसान बड़े स्तर पर पराली जला कर प्रदूषण फैला रहें हैं। जिसे रोकने में सरकारें फेल हो रही हैं और सारा ठीकरा पटाखों पर फोड़ कर ट्रेडर्स को परेशान किया जा हैं जबकि इस बार राम मंदिर बनने से देश भर के लोगों में दिवाली पर दोगुना जोश है और इस बार की दिवाली वे यादगार के रूप में मनाना चाहते है।