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लोगों के जी का जंजाल बनी पार्किग, सहुलियत कम परेशानी ज्यादा

  •  चंडीगढ़ में पार्किंग लोगों की सुविधा नहीं दुविधा बनी

चंडीगढ़ में एमसी द्वारा कई सेक्टरों की मार्किट में पार्किंग को ठेके पर दिया गया है, मगर मेन गेट पर कांट्रेक्टर के बनाए बैरियर पर इंट्री को लेकर लंबी लबीं कतारें लग जाती हैं जिससे मेन रोड़ पर दूसरे व्हीकल्स आउर्नस को परेशानी होती है। कुछ ऐसा ही हाल सेक्टर 17, 22, 35 और 9 का है।

लोगों की सहूलियत के लिए इंतजाम नहीं

पार्किंग में अपने व्हीकल को पार्क करने आए सुरेंद्र कुमार से जब पंचकूला समाचार से बात की तो उसका कहना था कि पार्किंग में जो भी लोग पर्ची काटते हैं, वे एंट्री गेट पर ही अपना कियोस्क लगाए बैठे हैं, जब वह किसी व्हीकल की पर्ची काटते हैं, तो उस दौरान मेन रोड पर जाम की स्थिति हो जाती है। मध्य मार्ग पर तो यह स्थिति रोजाना की है, सुबह और शाम के समय तो दूर तक लम्बी लाइनें लग जाती हैं।

सुरेंद्र कुमार का कहना था कि इन पर्ची ठेकेदारों को अपना कियोस्क एंट्री गेट से कम से कम 25-30 से फुट की दूरी पर लगाना चाहिए ताकि मेन रोड का ट्रैफिक जाम न हो। वहीं पार्किंग स्टाफ ने ना तो वर्दी पहनी होती है, और ना ही नेम प्लेट।
व्हीकल्स भी ठीक से नहीं लगवाए जाते जिससे लोगों को पार्क करने में परेशानी होती है।

कर्मचारियों की मनमानी

ठेकेदार के कर्मचारी जहां पर देखते हैं वहीं रस्सी लगा लेते हैं। जिससे लोग परेशान होते हैं। वहीं एक ओर व्हीकल आउंनर्स सुखविंदर सिंह से पूछा गया तो उसका कहना था कि हमें हर रोज पार्किंग में ज्यादा टाईम लगाना पडता है और मेन सडक़ पर खड़े रहने से दुर्घटना होने का भय बना रहता है। उनका कहना था कि जो लोग सडक़ पर व्हीकल्स पार्क करके चले जाते हैं उनका तुरंत चालान किया जाना चाहिए ताकि मेन रोड का ट्रैफिक जाम न हो।