- आज राष्ट्रपति से मिलकर किसानों के समर्थन में खिलाड़ी वापस करेंगे सम्मान
किसान के समर्थन में अपने पुरस्कार वापस कर दिए हैं या जिन लोगों ने अपने पुरस्कार वापस करने की धमकी दी है, उनकी अब सूची लंबी होती जा रही है। नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा किसान कानूनों को वापस नहीं लेने पर अब बॉक्सर विजेंदर सिंह ने शनिवार को सिंघु बार्डर पर प्रर्दशन में शामिल हुए ओर वहां जाकर उन्होंने सरकार को चेताया है कि अगर किसानों के कानूनों को वापस नहीं लेगें तो वे अपना खेल पुरस्कार वापस कर देंगे।
गौर हो कि किसानों के समर्थन में देश के लिए मेडल जीतने वाले दिग्गज खिलाड़ी आज राष्ट्रपति को अपने मेडल लौटाएगे । इन खिलाडिय़ों ने अपने अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद अवॉर्ड सरकार को लौटाने का एलान किया है। स्वर्ण पदक विजेता पद्मश्री पहलवान करतार सिंह के हाथों अपने अवार्ड सरकार को वापस भिजवाए जा रहे हैं। करतार सिंह 30 दिग्गज खिलाडय़िों के अवॉर्ड लेकर रविवार शाम दिल्ली पहुंच गए है और आज इन्हें राष्ट्रपति को वापस करने जाने की कोशिश करेेंगे। बास्केटबॉल खिलाड़ी अर्जुन अवार्डी सज्जन सिंह चीमा, ओलंपिक मेडलिस्ट हॉकी खिलाड़ी मुखबेन सिंह, वेटलिफ्टर तारा समेत कई खिलाड़ी अपनी बीमारी के कारण नहीं आ सके।
करतार ने मीडिया को बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति से समय मांगा है, लेकिन उन्हें समय नहीं मिला है। वह आज सुबह ही राष्ट्रपति भवन जाकर सभी अवॉर्ड वापस करने की कोशिश करेंगे। वह अर्जुन अवॉर्डी हॉकी खिलाड़ी गुरमेल सिंह, राजबीर, द्रोणाचार्य अवॉर्डी बाक्सिंग कोच जीए संधू, अर्जुन अवार्डी जयपाल सिंह, हॉकी खिलाड़ी अजीत सिंह, शॉट पुटर बलविंदर सिंह भी साथ आएं हैं।
द्रोणाचार्य अवार्ड वापस देंगे पाल सिंह संधू
उत्तर प्रदेश के इंदिरापुरम में रहने वाले द्रोणाचार्य अवॉर्डी वेटलिफ्टिंग कोच पाल सिंह संधू भी किसानों के समर्थन में अपना अवॉर्ड लौटाएंगे। पाल सिंह को 1996 में मिला द्रोणाचार्य अवॉर्ड और विशिष्ट सेवा मेडल किसानों के लिए वापस करने जा रहे हैं। वह किसानों के साथ हैं। उनकी जड़ें पंजाब से जुड़ी हैं। वह अपना अवॉर्ड वापस कर किसानों की आवाज को बुलंद करेंगे।