- वीडियों कॉल के जरिए गर्भवती पत्नी ने शहीद पति को दिया को अंतिम सलाम
देश की रक्षा करते हुए सियाचिन में शहीद हुए सोलन के जवान बिलजंग गुरुंग (29) का राजकीय सम्मान के साथ सुबाथू के रामबाग में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। गुरुंग की शादी पिछले साल ही हुई थी। उनकी पत्नी 8 माह की गर्भवती है, इसलिए अंतिम संस्कार के समय वह नहीं आ पाई। गर्भवती पत्नी ने वीडियो कॉल के जरिए अपने पति के अंतिम दर्शन किए। वहीं माता-पिता ने नमन करके अपने जिगर के टुकड़े को आखिरी सलाम किया।
बताया गया है कि शहीद बिलजंग गुरुंग दो महीने पहले ही लीव लेकर नेपाल गए थे और फैमिली से मिले थे। छुट्टी के बाद वो भारत-चीन की इंटरनेशनल बार्डर पर तैनात थे । गुरुंग एक सैनिक परिवार से आते हैं, शहीद के पिता भी अपने बेटे की यूनिट से ही रिटायर होकर अब डीएसआई के तहत इंडियन सिक्योरिटी में तैनात हैं, उनका भाई जीआर में भर्ती होकर जम्मू की सीमाओं पर तैनात हैं ।
गुरुंग इंडियन आर्मी में गोरखा ट्रेनिंग सेंटर में 3/1 जीआर के जवान थे। सियाचिन के ग्लेशियर में इंटरनेशनल बार्डर पर गहरी खाई में गिरने से वह शहीद हो गए थे। सेना के धर्मगुरु ने शहीद के परिजनों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार करवाया। वहीं अपने लाडले को तिरंगे में लिपटा देखकर माता-पिता अपनी सुध बुध तक खो बैठे थे । हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत की आत्मा को शांति प्रदान करने और शोक संतप्त परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
शहीद की अंतिम यात्रा में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल, ब्रिगेडियर एचएस संधू, एसडीएम अजय कुमार, डीएसपी परवाणू योगेश रोल्टा सहित सेना व जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे। श्मशानघाट पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सैजल, ब्रिगेडियर एचएस संधू ने शहीद को पुष्पचक्र अर्पित किए। शहीद के पिता लोक राज गुरुंग ने बेटे की चिता को मुखाग्नि दी। सेना की टुकड़ी ने अपने वीर साथी को अंतिम सलामी दी।