कोविड से लोग अब परेशान नहीं उन्हें आदत पड़ चुकी है इस माहौल में रहने की। लेकिन सब यही चाहते है कि जल्द से जल्द कोरोंना वैक्सीन आए और सबको इस महामारी से छुटकारा मिले। अगर कोई कहीं जा रहा है तो लोगो को हर वक्त यही डर सताता रहता कि कहीं उन्हें यह महामारी ना पकड़ ले।
सभी देशों में वैक्सीन आ रही है सबका ट्रायल चल रहा है। कुछ वैक्सीन लोगो को सूट कर रही है कुछ नहीं। इसलिए वैक्सीन तब ही मार्केट में आएगी जब इससे लोगो को कोई भी हानि ना हो। चंडीगढ़ की बात करे तो बताया जा रहा है कि चंडीगढ़ में नए साल पर लोगो को यह तोहफा मिल सकता है। वहां वैक्सीन आने के पूरे आसार है।
पहले फेज में 12066 हैल्थ कर्मचारियों की वैक्सीन का डोज दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने करनाल में बनाया है बड़ा स्टोरेज सेंटर । उन्होंने बताया कि वैक्सीन वहीं राखी जाएगी और यही से सब शहरों में सप्लाई की जाएगी। चंडीगढ़ की डायरेक्टर हैल्थ सर्विसेज डॉक्टर अमनदीप कंग ने बताया कि, चंडीगढ़ में नए साल के पहले ही महीने यानि जनवरी में पहले हफ्ते में वैक्सीन आ सकती है। उन्होंने बताया कि इसकी पूरी तैयारी लास्ट स्टेज पर है।
वैक्सीन सेंटर की सूची
- जीएमसीएच -16
- जीएमसीएच – 32
- सिविल हॉस्पिटल – 22
- सिविल हॉस्पिटल मनी माजरा
- सेक्टर – 45 सिविल हॉस्पिटल
एक दिन में 100 लोगो को लगाया जाएगा टीका ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों को जलदी ठीक किया जा सके।
वैक्सीन को स्टोर करने की कुछ अहम बातें
वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री टेंपरेचर पर रखा जाता है जिसकी सूची हमारे पास है। वैक्सीन स्टोरेज के लिए वर्तमान में मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर के अलावा प्रशासन ने केंद्र सरकार से स्टोरेज के लिए कुछ और इक्विपमेंट की मांग की है । यह सब सुविधाएं इसलिए की जा रही है ताकि आने वाले स्टाफ को भी परेशानी ना हो।
चंडीगढ़ में वैक्सीन आने से पहले कुछ अहम इक्विपमेंट की मंगाया जाएगा
जिन इक्विपमेंट की सूची भारत सरकार को भेजी गई है उनकी सूची कुछ इस प्रकार है
- वॉक इन फ्रीजर
- रेफ्रिजरेटेड वेन
- आईएलआर 30
- डी फ्रीजर 30
- वैक्सीन कैरियर 250
- स्टेम थेमोमीटर 200
जो बड़े सेंटर होंगे उनमें तीन कमरे बनाए जाएंगे। साथ ही उस कमरे में वैक्सीनेटर ऑफिसर होगा और इसके अलावा तीन अन्य स्टाफ वैक्सीन देने जा काम करेगा। लोगो को एंट्री करने के लिए एक बड़ा कमरा होगा जबकि दूसरे बड़े कमरे में वैक्सीन लगाई जाएगी। सबसे जरूरी बात इसमें ये होगी जब किसी व्यक्ति को वैक्सीन का डोज दिया जाएगा उसके बाद उस व्यक्ति को 30 मिनट तक रुकना होगा । यह इसलिए किया जाएगा क्यूंकि खुदा ना खस्ता अगर उसको कोई साइडइफेक्ट हुए तो डॉक्टर को पता चल जाए तुरंत। केंद्र सरकार ने यहां तक बोल दिया है कि अगर सेंटर की कमी आई तो अगर स्कूल खुले होंगे तो उस वक्त स्कूलों को सेंटर बनाया जाएगा। इसके अलावा चंडीगढ़ अगर स्कूल नहीं खुले होंगे तो कम्युनिटी सेंटरों को वैक्सीनेशन सेंटर बनाया जाएगा। इन सबसे एक बात बिल्कुल स्पष्ट है कि केंद्र सकरार इस महामारी से लड़ने के लिए और कोविड को ख़तम करने के लिए पूरी रेडी है ।