- टेंपरेचर में उतार चढ़ाव से बच्चों -बुजुर्गों में बढ़ सकता है वायरल, जाने बचाव के ढंग
पिछले 10 दिन से लगातार तापमान में बढ़ौतरी हो रही है और पिछले कुछ दिनों से बारिश और बादल के बावजूद ठंड ज्यादा नहीं है। लेकिन सोमवार को 48 घंटे के भीतर 10 डिग्री तापमान बढ़ गया था। इन दिनों रात-दिन के तापमान में 10 डिग्री का अंतर चल रहा है।
जिससे बच्चों और बुजुर्गों को ठंड लगने की शिकायत हो सकती है, इसलिए इनका विशेष ध्यार रखने की जरूरत है। पांच साल से छोटी उम्र के बच्चों और 60 साल से ऊपर की उम्र के लोगों में वायरल इंफेक्शन का खतरा ज्यादा बढ़ता है।
दो से सात साल तक की उम्र के बच्चों में वायरल डिजीज और विंटर डायरिया की परेशानी आ रही है। तापमान ज्यादा होने पर छोटे बच्चे गर्म कपडें पहनना एकदम छाड़ देते है जिस वजह से उनका बॉडी टेम्परेचर का बेलेंस बिगडऩा शुरू हो जाता है। शुरू में उन्हें खांसी-जुकाम के साथ-साथ बुखार की दिक्कत भी हो सकती है।
विंटर डायरिया से लूज मोशन के साथ-साथ बच्चों को उल्टी की दिक्कत हो सकती है। दोनों दिक्कतें ही वायरल इंफेक्शन कहलाती हैं। सीजन में टेंपरेचर के बढऩे या कम होने की वजह से हो रहा है। एमडी मेडिसिन डॉ. संदीप छतवाल बताते हैं कि यंगस्टर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। वे सीजन के बदलाव को सह कर लेते हैं।
बुजुर्गों को दिक्कत हो जाती है। पीजीआई के मेडिसिन डिपार्टमेंट के डॉ. विशाल का कहना है कि इन दिनों कोरोना वायरस है। ऐसे में अगर किसी को मौसम में आए बदलाव के चलते खांसी जुकाम के साथ बुखार भी हो जाता है तो उन्हें एकदम दवा लेने के बजाय एक-दो दिन आराम करना चाहिए।
बुजुर्गों के लिए सुझाव
अगर खांसी-जुकाम या बुखार हो जाए तो दो-तीन दिन घर में आराम करें अगर इसके बाजवूद भी सिमटम बने रहें तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें । अगर आपको पहले से बीमारियां हैं तो खास ध्यान रखें। डायबिटीज और ब्लड प्रेशर है तो समय-समय पर चेक कराएं । हल्का भोजन करें। कोशिश करें कि लिक्विड ज्यादा मात्रा में लें । शरीर की जरूरत के मुताबिक गर्म कपडें जरूर पहनकर रखें।
बच्चों को ठंड में जरूर बचाएं
जहां तक संभव हो उन्हें घर पर बाहर न निकलने दें। फर्श पर नंगे पांव ना चलने दें। घर का बना हुआ खाना ही खिलाएं। ज्यादातर लिक्विड दे। जहां तक संभव हो उन्हें हल्का गर्म पानी जरूर पिलाएं।