- एमरजेंसी में इस एप्प से सिर्फ पांच मिनट में घर पहुंचेगी ऐंबुलेंस, जानें फीचर
ट्राईसिटी में कई बार समय पर ऐंबुलेंस घटनास्थल पर न पहुंचे और वक्त पर इलाज न मिलने के कारण कई लोग अपने करीबियों को खो देते हैं। लेकिन अब ओला और उबर टैक्सी की तरह अब आपको एंबुलेंस भी मोबाईल में एक एप्प के जरिए मिल सकेगी। शुक्रवार को चंडीगढ़ के प्रेस क्लब में इस सर्विस की शुरुआत मेयर रविकांत शर्मा ने की। राइड बूम एप (Ride Boom App) पर फिक्स रेट और कुछ हद तक नेगोसिएशन भी कर सकते है, सिर्फ पांच मिनट के अंदर एंबुलेंस सर्विस ले सकेंगे तो चंडीगढ़ के अलावा मोहाली और पंचकूला में भी ऑपरेट करेगी े। मेयर ने बताया कि एंबुलेंस सेवा से शहर के लोगों को सहूलियत मिलेगी।
कौन है एप्प का फाउंडर
राइड बूम के संस्थापक हरमिंदर मल्ही ने बताया कि यह सुविधा मोहाली और पंचकूला में भी उपलब्ध होगी। फिलहाल अभी यह सुविधा लुधियाना, जालंधर, पटियाला में चल रही है। इससे एक तरफ रोजगार बढ़ेगा, तो दूसरी ओर लोगों को सुविधा मिलेगी। इस सुविधा को देश के 198 शहरों से जोड़ा जाएगा।
कहां से आया उन्हें यह आयडिया
हरमिंदर मल्ही ने बताया कि तीन दशक के ट्रॉन्सपोर्ट इंडस्ट्री एक्सपीरियंस से मैं अपने पंजाब के लिए कुछ करना चाहता था। कोविड काल में वह भारत में ही थे। एक हादसे के दौरान उनके पड़ोसियोंं ने एंबुलेंस को कॉल की तो काफी समय बाद ऐंबुलेंस पहुंची। वह काफी परेशान हुए और उसके बाद दूसरी ऐंबुलेंस बुलाई। तभी मुझे पता चला कि यहां एंबुलेंस को लेकर यहां कितनी दिक्कत है।
क्या क्या खुबियां है एप्प की
ऑस्ट्रेलिया में बने इस एप से अभी तक ट्राइसिटी के 200 एंबुलेंस चालक जुड़ चुके हैं। मल्ही ने बताया कि इस एप में ट्रेवल शेयरिंग, जेंडर सिलेक्शन के अलावा रेड-लाइट आइकन बटन है। जिसे दबाते ही आप पुलिस से कनेक्ट हो जाएंगे।
एप्प के जरिए यूथ को मिलेगा रोजगार और ट्रेनिंग
मल्ही ने बताया कि पंजाब में ऐंबुलेंस और टैक्सी सेवाओं को मजबूत करने और शहर में युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने के लिए एप्प काफी किफायती है। उन्होंने बताया कि उनके पास 2 हजार के करीब टैक्सी ड्राइवर्स रजिस्टर्ड हो गए हैं और मैं अब देश के 198 शहरों में इस सर्विस का विस्तार करूंगा। उन्होंने बताया कि अभी हम एंबुलेंस ड्राइवर्स का बैकग्राउंड चेक कर रहे हैं। क्या उनके पास मरीजों की मदद करने की ट्रेनिंग है या नहीं। उन्होंने बताया कि ऐंबुलेंस में ऑक्सीजन, जरूरी इक्विपमेंट्स और स्ट्रेचर्स रहेंगे।
एप में लेडिज के लिए पैनिक बटन
मल्ही ने बताया कि इस एप में कई सेफ्टी व सिक्योरिटी फीचर्स हैं। इस एप्प में शेयर ट्रिप की जानकारी और जेंडर सिलेक्शन ऑप्शन जो सिर्फ महिला कस्टमर्स के लिए है। इसके अलावा एक और सुरक्षा सुविधा रेडर-लाइट आइकन बटन है। यह बटन एक छोटे रेड-लाइट आइकन की तरह है और अगर राइडर इसे प्रेस करता है तो यह यह बटन सीधे पुलिस स्टेशन सेे कनेक्ट करता हैं।