पंचकूला में भी स्ट्रीट डॉग की दहशत, डॉग पौंड पर क्या बोले विधायक
पंचकूला में ग्रुप हाउसिंग सोसायटी नं. 3, मनसा देवी कांप्लैक्स सेक्टर 5 में कुत्तों ने बीते दिनों से इलाके में दहशत मचा रखी है। सोसायटी में रहने वाले करीब डेढ़ दर्जन लोगों को कुत्तों ने बाईट किया है। जिसके खौफ में सीनियर सिटीजंस ने सैर करनी बंद कर दी हैं और बच्चों को भी घरों से बाहर खेलने के लिए रोक लगा दी हैं।
क्या कहते हैं सोसायटी रैजिडेंट्स….
सोसायटी के प्रधान डी.पी. गोयल का कहना है कि डॉग्स को सोसायटी से दूर छोडऩे के लिए पंचकूला नगर निगम के अफसरों को कह चुके हैं। वहीं एरिया पार्षद सुरेश वर्मा को भी समस्या के बारे में बताया गया है लेकिन अब तक समाधान की बात हुई है, कार्रवाई नहीं हुई है।
वहीं सेक्रेटरी एम.एल. गर्ग का कहना है कि आए दिन डॉग बाईट की शिकायतें आ रही हैं। लेकिन अब छह-सात माह से लोगों को काटने लगा हैं।
डॉग बाईट का शिकार….
पंद्रह साल की निशा, सोसायटी के एक घर में नौकरानी खुशबू, ड्राइक्लीनर की दुकान पर काम करने वाला देव, करियाना शॉप पर काम करने वाला सुभाष, सब्जी देने आए अमरजीत यहां आकर डॉग बाईट का शिकार बन चुके हैं।
वहीं ज्ञानचंद गुप्ता, विधायक और हरियाणा विधानसभा स्पीकर ने भास्कर को इंटरव्यू में बताया कि मेनका गांधी ने भी ई मेल और टेलीग्राम के जरिये डॉग पौंड पर आपत्ति जताई है। इसके लिए अब पब्लिक ओपिनियन लिए जा रहे हैं। हमें समझना चाहिए कि लोगों की जिंदगी जरूरी है या कुत्तों की। यह कुत्ते बच्चों व बुजुर्गों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और डॉग बाइट के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इस समस्या के समाधान के लिए जन सहयोग जरूरी है।
गौर हो कि पंचकूला नगर निगम ने सुखदर्शनपुर गांव में डॉग केयर एंड रीहैबिलिटेशन, अस्पताल बनाया है। 1250 कुत्तों को रखने की व्यवस्था है। इसका उद्घाटन करने के बाद यहां स्ट्रे डॉग्स को रखने की योजना थी। लेकिन कुछ डॉग लवर्स इसके खिलाफ आ गए हैं जोकि कानून का हवाला दे रहे हैं कि कुत्तों को किसी एक जगह से पकड़ कर दूसरी जगह नहीं रख सकते हैं। तो क्या जनता के करोड़ों रूपए खर्च कर बनाया डॉग पौंड अब सफेद हाथी बनकर रहेगा।