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हिमाचल प्रदेश के बीजेपी सांसद रामस्वरूप ने की सुसाईड, नहीं मिला नोट

  • हिमाचल प्रदेश के बीजेपी सांसद रामस्वरूप ने की सुसाईड, नहीं मिला नोट

बुधवार सुबह भारतीय जनता पार्टी की ओर से दुखद खबर मिली है कि हिमाचल के जिला मंडी से भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा का शव फांसी के फंदे पर लटकता हुआ पाया गया है।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, उन्हें सुबह तकरीबन 8.30 बजे सूचना मिली कि आरएमएल अस्पताल के पास गोमती अपार्टमेंट (एमपी फ्लैट) में बीजेपी सांसद रामस्वरूप शर्मा ने आत्महत्या कर ली है। सुत्रों के अनुसार रामस्वरूप शर्मा की बॉडी जिस हालत में मिली है उसे देखकर लगता है कि आत्महत्या का मामला है। लेकिन फिर भी पुलिस की जांच के बाद ही साफ पता चल सकेेगा।

सांसद रामस्वरूप शर्मा के पास से कोई भी सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। सांसद की पत्नी चंपा शर्मा चारधाम की यात्रा पर गई थीं। उनको सांसद के निधन की जानकारी जयपुर में मिली। चंपा शर्मा वहां से सीधे दिल्ली के लिए निकलीं।

अगर रामस्वरूप शर्मा ने आत्महत्या की तो अचानक उन्होंने ऐसा कठोर कदम क्यों उठाया। फिलहाल क्या वजह रही होगी।

सांसद रामस्वरूप शर्मा के निधन के कारण भाजपा ने आज होने वाली संसदीय दल की बैठक को रद्द कर दिया है।  हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि, “ये जाने का समय नहीं था भाई राम स्वरूप शर्मा जी. छोटी काशी मण्डी के लोकप्रिय, सरल स्वभाव व ईमानदार सांसद आदरणीय श्री रामस्वरूप शर्मा जी के असामयिक निधन की खबर सुनकर बहुत दुःखी हूं. यह क्षण अत्यंत ह्रदयविदारक और दुःखद है

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वहीं राम स्वरूप शर्मा की हिमाचल प्रदेश के कद्दावर राजनेताओं में गिनती होती थी। वह भाजपा शीर्ष नेतृत्व के करीबी थे। रामस्वरुप शर्मा का जन्म 10 जून 1958 को हुआ था। मंडी जिले के जोगिंदरनगर में रहने वाले रामस्वरूप शर्मा लगातार दूसरी बार सांसद बने थे। 2014 में पहली बार मंडी लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। रामस्‍वरूप शर्मा इस बार मंडी संसदीय क्षेत्र से दूसरी बार सांसद बने थे। 2014 में नरेंद्र मोदी की लहर के बीच उन्‍होंने कांग्रेस कद्दावर नेता एवं पूर्व मुख्‍यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्‍नी प्रतिभा सिंह को हराया था। इसके बाद 2019 में एक बार फिर से चुनाव जीतकर वह संसद पहुंचे थे। आरएसएस में रहने के कारण उन्हें उनकी सादगी के लिए जाना जाता था। वह लंबे समय तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े रहे। सांसद बनने से पहले वह मंडी जिले के भाजपा सचिव और फिर हिमाचल प्रदेश भाजपा के सचिव रहे थे। उन्हें हिमाचल फूड एंड सिविल सप्लाई कॉरपोरेशन के अध्यक्ष पद भी मिला था। हाल ही में उन्होंने मंडी में हुए अंतर राष्ट्रीय शिवरात्री महोत्सव में हिस्सा लिया था।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया हैं।