ट्राईसिटी के बैंकों में ठगी और फ्रॉड (Fraud and Cheating )करने की खबरें तो रोज पढऩे और सुनने में आती हैं लेकिन ऐसी चोरी ने आम जनता के बैंकों की कार्य प्रणाली पर सवाल उठा दिया हैं। जब सिक्योरिटी गार्ड (Security Guard) ही चोर बनने लग गए हैं तो आम जनता के पैसे कहां सुरक्षित रहेंगें। सेक्टर-34 के एक्सिस बैंक (Axis Bank Sector -34 )की मेन ब्रांच में सिक्योरिटी गार्ड ने करोडों की राशि पर हाथ साफ कर दिया हैं। बताया जा रहा है कि वहीं की सिक्योरिटी में तैनात प्राईवेट सिक्योरिटी गार्ड सुनील बैंक कॉम्पलेक्स में रखे करीब 4.40 करोड़ रुपये (Rs. 4.40 Crore) चोरी कर फरार हो गया। बैंक की सीसीटीवी फुटेज (CCTV footage ) में सारी वारदात कैद हो गई है।
बैंक अधिकारियों ने पुलिस को बताया कि सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि सुनील बार-बार बैंक के अंदर जाता है और पहनी शर्ट (Shirt) में रुपये छिपाकर बाहर निकल आता है। ऐसा लग रहा है कि वह बैंक से रुपये लेकर बाहर अपने किसी साथी को दे रहा है या किसी वाहन में डाल रहा है।
हैरानी की बात यह है कि बैंक की सिक्योरिटी में पंजाब पुलिस भी तैनात थी लेकिन उन्हें इस वारदात की भनक तक नहीं लगी। पुलिस ने आरोपी सुनील को पकडऩे के लिए टीमें बनाकर रेड (Raid) की है लेकिन देर रात तक उसके बारे में कोई सुराग नहीं लगा है।
पुलिस के मुताबिक, शनिवार रात बैंक के मेन सिक्योरिटी गार्ड सुनील के साथ पंजाब पुलिस के तीन जवान ड्यूटी पर तैनात थे। रात करीब तीन बजे सुनील अचानक गायब हो गया। काफी देर तक जब वह नहीं दिखा तो पुलिस के जवानों ने बैंक अधिकारियों को गुमशुदगी (Missing ) की सूचना दी।
रविवार सुबह 11 बजे तक बैंक अधिकारियों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि सुनील के साथ बैंक के बक्से में रखे 4.40 करोड भी गायब हैं। उन्होंने पुलिस को सिर्फ यही सूचना दी कि उनका एक सुरक्षाकर्मी गायब है। उसके बाद बैंक अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज देखे तो रूपयों की चोरी की वारदात का खुलासा हुआ।
फुटेज में साफ दिख रहा है कि सुनील बैंक के अंदर जाता है और अपनी शर्ट में कुछ छिपाकर बाहर ला रहा है। इसके बाद जब बैंक में रखे बक्से की जांच की गई तो पता चला कि उसका ताला कटर से कटा हुआ है और उसमें रखे सारे पैसे गायब हैं।
रविवार शाम तक पुलिस स्टेशन सेक्टर 34, फॉरेंसिक टीम (Forensic Teams के साथ डॉग स्क्वॉड (Dog Squad) ने बैंक की जांच की। पुलिस को बैंक अधिकारियों ने बताया कि मोहाली के सोहाना (Sohana, Mohali ) का रहने वाला सुनील पिछले करीब तीन वर्षों से बैंक में काम कर रहा था। बैंक की ब्रांच में काफी कैश रहता था। यहीं से ट्राइसिटी के अलावा हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब व जम्मू में बैंक की ब्रांचों को कैश भेजा जाता है।
श्रुति अरोड़ा, एएसपी साउथ (Shruti Arora ASP South) ने बताया कि आरोपी को पकडऩे के लिए टीम जगह-जगह छापामारी कर रही है। उसकी मोबाइल लोकेशन भी खंगाली जा रही है। जल्द ही आरोपी को दबोच लिया जाएगा।