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चंडीगढ़ में लगेगा लॉकडाउन या नहीं, वॉर रूम मीटिंग आज

चंडीगढ़ में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए वीकेंड कोरोना क‌र्फ्यू लगाया गया है। बावजूद रोजाना मिल रहे संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। शहर में पाबंदियां बढ़ाने और लॉकडाउन को लेकर आज सोमवार को प्रशासक वीपी सिंह बदनौर द्वारा फिर से वार रूम मीटिंग की जाएगी।
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ऐसे में व्यापारी अपने-अपने सुझाव प्रशासन के अधिकारियों को दे रहे हैं। व्यापार मंडल के बाद व्यापार सदन के अध्यक्ष अरविंद जैन ने सलाहकार मनोज परिदा को पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने जूस की दुकानों को जरूरी वस्तुओं में शामिल करने की मांग की है।

वेजीटेबल वेंडर्स को भी मंजूरी दी जानी चाहिए

अरविंद जैन का कहना है कि इस समय इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जूस की मांग बढ़ गई है। शहर की सभी रेहड़ी फड़ी मार्केट में जरूरी और गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानों के बीच विभाजन होना चाहिए। कमर्शियल मार्केट्स को सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक खोलने की मंजूरी दी जाए जबकि एससीएफ और एसएसीओ को दोपहर 1 से शाम 6 बजे तक खोलने की मंजूरी दी जाए। रामदरबार और इंडस्ट्रियल एरिया में सप्ताह में छह दिन दोपहर 1 से शाम 6 बजे तक दुकानें खोलने की मंजूरी दी जाए।

साथ ही सुझाव दिया गया कि रविवार को पूरा दिन लॉकडाउन लगाना चाहिए सिर्फ वेजीटेबल वेंडर्स को भी मंजूरी दी जानी चाहिए। एक बाजार में एक समय पर एक ही साइट की दुकानें खुलनी चाहिए। ट्रेड बोर्ड के अलावा शहर के कई व्यापारी सगठनों ने अपने सुझाव दिए हैं।

व्यापार मंडल ने यह दिए हैं सुझाव

व्यापार मंडल ने पंजाब सरकार द्वारा प्रदेश में ऑड ईवन की तर्ज पर दुकानें खोलने का सुझाव दिया है। पत्र में कहा कि व्यापारियों, कर्मचारियों और उनके परिवार वालों को आय के अभाव में जीवित रहना मुश्किल हो रहा है। इसलिए व्यापार समुदाय के लिए राहत पैकेज की घोषणा सरकार की ओर से की जानी चाहिए। गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानों को खोलने के लिए भी 50% की मंजूरी दी जाए। व्यापार मंडल के महासचिव संजीव चड्ढा का कहना है कि प्रशासन को गैर जरूरी वस्तुओं का कारोबार करने वाले व्यापारी के लिए भी कुछ करना चाहिए। उनका कहना है कि इस तरह के लॉकडाउन से व्यापारियों को किराया, वेतन, टैक्स, और बिजली के भुगतान के लिए भी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।