चंडीगढ़ में कल से गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें खुलेंगी या बंद रहेगी। इसका फैसला आज चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के साथ अधिकारियों की होने वाली Covid War Room Meeting में आज लिया जाएगा। आज दोपहर चंडीगढ़ के व्यापारी संगठन के पदाधिकारी सेक्टर-37 की Meeting में शामिल होने जा रहे हैं। जिसमें यह निर्णय लिया जाएगा कि अगर प्रशासन ने गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानों को खोलने की मंजूरी न दी तो व्यापारी संगठन रोष जताने के लिए प्रदर्शन करेगा या नहीं। हालांकि व्यापारियों ने प्रशासन को दो टूक कहा है कि सभी दुकानों को खोलने की मंजुरी दी जाएं।
गौर हो कि चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से पिछले तीन सप्ताह से गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानों को बंद किया हुआ है और प्रशासन के अधिकारी फिर से 18 मई से आगे पाबंदियां बढ़ाना चाहता हैं।
जबकि मोहाली में ऑड इवन नंबर से दुकानों के खुलने की मंजुरी दी गई हैं।
वहीं चंडीगढ़ व्यापार मंडल ने प्रशासन से दुकानें ऑड ईवन सिस्टम के तहत खोलने की मांग की है। जिससे जरूरी और गैर जरूरी दोनों वस्तुओं के दुकानदारों को अपना काम करने की मंजूरी मिले। ऐसा करने से हर व्यापारी को सप्ताह में तीन से चार दिन काम करने का मौका मिल जाएगा। इसके साथ ही व्यापार मंडल ने लॉकडाउन के दौरान सभी तरह की चार्जेस और टैक्स में छूट की भी मांग की है।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष चरणजीव सिंह का कहना है कि अब कोरोना की स्थिति में सुधार भी आ रहा है। ऐसे में अब प्रशासन को भी व्यापारियों को भी राहत देनी चाहिए।
इस लाकडाउन से छोटे दुकानदार बर्बाद हो गए है। व्यापारी वर्ग नुकसान झेलने की स्थिति में नहीं है। वे मानसिक, फिजिकल और फाइनेंशियली तौर पर काफी परेशान हो रहेें है।
व्यापार मंडल के महासचिव संजीव चड्ढा का कहना है कि प्रशासन का यह सिस्टम ठीक नहीं है। गैर जरूरी वस्तुओं का कारोबार करने वाला दुकानदार काफी परेशान हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वह कहां पर जाए जबकि प्रशासन व्यापारियों को कोई राहत भी देने के लिए तैयार नहीं है।
जबकि चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनोर की आज अधिकारियों के साथ वार मीटिंग आज तीन बजे होगी।