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पर्यावरण दिवस-पंचकूला में जल्द बनेगा प्रदेश का दूसरा ऑक्सीजन पार्क

आज पर्यावरण दिवस पर कोरोना महामारी को देखते हुए हरियाणा सरकार ने यह जान लिया है कि राज्य के हर जिले में आक्सीजन पार्क बनाने जरूरी है। जिसकी शुरूआत मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज करनाल से की है। हरियाणा के प्रधान मुख्य वन संरक्षक वीएस तंवर ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की आक्सीजन पार्क के निर्माण में खास रुचि है। वह भविष्य में किसी भी महामारी तथा आक्सीजन की जरूरत की महत्ता को समझते हुए आगे बढ़ रहे हैं।

यह बनने वाला आक्सीजन पार्क तकरीबन पांच एकड़ से 100 एकड़ तक जमीन में बनाया जाएंगा। जिसके बाद जल्द ही पंचकूला में बनाया जाएगा। वन विभाग ने इन्हें आक्सी-वन का नाम दिया है। करनाल में मुगल कैनाल पर बनने वाले आक्सीजन पार्क के चारों तरफ बरगद, नीम, बांस, अशोक, आंवला, बेल, पीपल और जामुन के सबसे ज्यादा आक्सीजन देने वाले पेड़-पौधे लगेंगे। बाकी जिलों में वन, पंचायत और शहरी निकाय विभाग की खाली जमीनों पर ऐसे पार्क बनाएं जाएंगे।

कैसे होगें ऑक्सी पार्क

पार्कों में वॉकिंग ट्रैक होगा, जहां लोगों के घूमने, एक्सरसाईज करने इंतजाम रहेगा। ग्रहों और नक्षत्रों के हिसाब से भी कुछ पेड़-पौधे लगाएं जाएगें।
आक्सीजन का सबसे बड़ा स्रोत बरगद का पेड माना गया है। हिंदू धर्म में इसे पवित्र माना गया है। बरगद के पेड़ से उसकी छाया के आधार पर उत्पादित होने वाली आक्सीजन का अंदाजा लगाया जा सकता है। नीम के पेड़ को एवरग्रीन पेड़ कहा जाता है। यह नेचुरल एयर प्यूरीफायर है।

पुरे प्रदेश में तीन करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य

हरियाणा सरकार ने इस साल पूरे प्रदेश में करीब तीन करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। अभी तक औसत एक करोड़ पौधे ही हर साल लगाए जाते हैं। पौधारोपण का कार्य जून से सितंबर माह तक चलाया जाएगा। करीब दो करोड़ पौधे वन विभाग की ओर से रोपित किए जाएंगे और एक करोड़ पौधे सामाजिक संगठन और आम लोगों के जरिये रोपित होंगे। पौधे मुफ्त में हासिल कर रोपित करने के लिए वन विभाग ने ई-पौधशाला नाम से एक एप बनाई है, जिस पर आवेदन किया जा सकेगा।

Note: Picture is just for representational purpose !