पंचकूला में प्राइवेट अस्पतालों की ओवर चार्जिंग की शिकायत मिलने के बाद सरकार ने मामले में जांच के लिए कमेटी बनाई गई थी। हरियाणा स्टेट फार्मेसी काउंसिल की ओर से जांच कमेटी ने प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी सही पाई और गलती मान ली है। ऐसे ही नोटिस मिलने के बाद अब दो बड़े प्राइवेट अस्पतालों ने मरीजों से ओवरचार्जिंग को एक हफ्ते के अंदर रूपए लौटाने की बात मान ली है।
गौर हो कि इन दोनों अस्पतालों की मैनेजमेंट को जांच कमेटी ने सोमवार को पर्सनल हियरिंग के लिए बुलाया था। दैनिक भास्कर के अनुसार अस्पतालों ने ओवर चार्जिंग के कारण बताए हैं। एक ने कहा- जब बिल बन रहे थे तो कोविड मरीजों का काफी ज्यादा रश था, जिस कारण बिल पर ध्यान नहीं दिया गया। दूसरे अस्पताल ने जबाव दिया- जब ये बिल बनाए गए, तब तक उनके पास सरकार की ओर से जारी ऑर्डर ही नहीं पहुंचे थे।
विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता के पास मरीज की शिकायत आई थी जिसमें जांच हुई तो पता चला उस मरीज को एक ही इंजेक्शन 13 बार लगाया गया था, जिसमें हर एक इंजेक्शन में 12 हजार रुपए ज्यादा वसूले गए। इस हिसाब से करीब 4 लाख रुपए तो इन इंजेक्शन के ही बना दिए थे। अब कमेटी की ओर से बताया गया कि डेढ़ लाख के करीब एक्स्ट्रा लगाए गए हैं, जिसे अस्पताल को ये रकम मरीज को वापस करनी होगी।
वहीं जांच कमेटी ने अब सभी प्राइवेट अस्पतालों को सेल्फ ऑडिट करने का निर्देश भी दिया है। अस्पतालों को हर एक कोविड मरीज के बिल की जांच करनी होगी और इसकी रिपोर्ट बनाकर जांच कमेटी को देनी होगी। इस रिपोर्ट को डीसी की ओर से अपरूवल दी जाएगी।
17 बिलों को लेकर प्राइवेट अस्पतालों को नोटिस
आप को बता दें कि अभी तक 17 बिलों को लेकर प्राइवेट अस्पतालों को नोटिस थमाए गए हैं, उनमें लाखों की ओवरचार्जिंग मिली है। कमेटी ने हिदायत दी है कि ओवरचार्जिंग की गई रकम मरीजों को एक हफ्ते में लौटानी होगी। अभी जो बिल मेडीक्लेम में भी आए हैं, उन्हें होल्ड किया गया है। इन बिलों पर भी आने वाले दिनों के अंदर वसूली गई ज्यादा रकम वापस करवाई जाएगी।
पर्सनल हियरिंग में कबूली गलती
ओवरचार्जिग को लेकर पिछले सवा महीने में ही प्राइवेट अस्पतालों को 17 से ज्यादा नोटिस थमाए जा चुके हैं। ये सभी नोटिस कोरोना मरीजों के बिलों में मिली ओवरचार्जिंग को लेकर दिए गए हैं। सोमवार को दो प्राइवेट अस्पतालों को पर्सनल हियरिंग के लिए बुलाया गया था, जिसमें उन्होंने अपनी गलती मान ली है।
बीबी सिंघल जिन्हें हरियाणा स्टेट फार्मेसी काउंसिल में जांच कमेटी का मैंबर बनाया गया है ने बताया कि अब कमेटी उन्हें सेल्फ ऑडिट करके रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। जिन बिलों पर नोटिस हुए हैं, अगले करीब एक हफ्ते में मरीजों को ज्यादा वसूली गई रकम वापस करनी होगी।