मोहाली के न्यू चंडीगढ़ में पंजाब के सीएम के फार्महाउस के पास मिले सिर कटे शव का भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। हालांकि मृतक सुच्चा सिंह के परिजन अंतिम संस्कार नहीं कराने पर अड़े थे।
पुलिस अधिकारियों ने बेटे को सरकारी नौकरी और बेटियों की शादी में आर्थिक मदद का आश्वासन दिया तो परिजन राजी हुए। सोमवार दोपहर बाद खरड़ अस्पताल से शव सीधे श्मशानघाट लाया गया। यहां 17 साल के बेटे ने मुखाग्नि दी। दूसरी ओर सोमवार देर शाम तक भी सिर नहीं मिल सका था।
क्या है हाईप्रोफाइल मर्डर केस ?
गत रविवार को सिसवां स्थित पंजाब के सीएम के फार्महाउस के पास की दीवार के पास सच्चा सिंह का सिर कटा शव दबा मिला था। वह आठ दिन से लापता थे। पालतू कुत्ते की मदद से उसका शव खोजा जा सका। इस घटना से ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश था। सोमवार को वे इस बात पर अड़ गए कि जब तक सुच्चा सिंह का सिर नहीं मिल जाता तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। क्योंकि रीति रिवाजों के अनुसार पूरे शव का अंतिम संस्कार एक बार ही किया जाता है। लेकिन उच्च अधिकारियों के आश्चासन के पश्चात ही संस्कार हो सका।
पुलिस ने तीन आरोपी दबोचे
हत्याकांड में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गांव परोल के सतनाम सिंह सत्ती व गांव नगल के देसराज को रविवार को ही दबोच लिया था। दोनों को खरड़ अदालत में पेश कर चार दिन के रिमांड पर ले लिया है ताकि फरार मुख्य आरोपी जागीर सिंह की गिरफ्तारी हो सके। वहीं डीएसपी ने बताया है कि जागीर सिंह को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा करेगी।
नेपाली नौकर भी लापता
वारदात स्थल सीएम फार्महाउस के पास होने के कारण यह केस हाईप्रोफाइल हो गया है। दूसरी ओर यह भी पता चला है कि 12 जून की रात को जागीर सिंह के फार्महाउस पर पार्टी के दौरान एक नेपाली नौकर भी था। चार पांच साल से वह जागीर सिंह के पास ही काम कर रहा था। यह नौकर भी उसी रात से लापता है। जागीर सिंह ने सुच्चा सिंह की गुमशुदगी के साथ ही 14 जून को अपने नेपाली नौकर के लापता होने की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी।
फिलहाल मोहाली पुलिस दो बातों का पता लगा रही है, पहली, नेपाली नौकर के साथ भी तो कोई वारदात नहीं हो गई। दूसरी, कहीं नेपाली नौकर ने ही तो जागीर सिंह के कहने पर सुच्चा सिंह की हत्या तो नहीं की। इन तमाम सवालों का जवाब जागीर सिंह की गिरफ्तारी के बाद ही मिल सकेगा।