चंडीगढ़ में रविवार की बारिश से सुखना लेक का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया है। वहीं सोमवार सुबह हुई बारिश के बाद सुखना लेक का वॉटर लेवल जैसे ही 1163 फीट से ऊपर पहुंचा, रेगुलेटरी एंड पर एक फ्लड गेट खोल दिया गया।
सुखना लेक के गेट खोलने से पहले साथ लगते बापूधाम, इंडस्ट्रियल एरिया, बलटाना और मोहाली के अन्य रेजिडेंशियल एरिया को सायरन बजाकर अलर्ट जारी किया गया।
पानी छोडऩे से पहले किशनगढ़ को गोल्फ रेंज से जोडऩे वाले पुल और बापूधाम ट्रैफिक सिग्नल के पास चौ के पुल को भी बंद किया गया। वहीं किशनगढ़ और बापूधाम में इलाके के यूटी और पुलिस अधिकारी हालात को मॉनिटर कर रहे हैं।
अब सुखना लेक का फ्लड गेट खोलकर सुखना चो के माध्यम से घग्गर नदी में पानी भेजा जा रहा है।
आप को बता दें कि रविवार को सुखना लेकर का वॉटर लेवल खतरे के निशान से महज 0.7 फुट नीचे रह गया था। सोमवार सुबह एक बार फिर जब बारिश हुई तो पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया और आखिरकार 11.30 बजे फ्लड गेट खोल दिया गया।
आपको बता दें कि पिछले साल जब सुखना लेक के फ्लड गेट खोले गए थे तो यहां से निकले पानी ने मोहाली के बलटाना में कहर मचा दिया था। गेटों के खोलते ही पानी काफी तेजी से निचले स्थानों की ओर बहने लगा।
बलटाना पुलिस चौकी चो के नाले के पास है इस कारण चौकी पूरी तरह से पानी में डूब गई। पुलिस कर्मचारियों ने एकाएक आए पानी के कारण जितना रिकॉर्ड और असलहा था उसे सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। उस वक्त थाने में मौजूद लोगों ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई थी। इस बीच एरिया में काफी पानी जमा हो गया था और कई गाडिय़ां भी पानी में डूब गई थीं। बलटाना निवासियों के मुताबिक पहली बार उन्हें ऐसा मंजर देखने को मिला था।