जानकारी के मुताबिक गांव हंगोला में भूमि विवाद को लेकर थाने में बुलाए गए दलित समाज के लोगों ने रायपुररानी थाना प्रभारी सहित अन्य स्टाफ पर जातिसूचक शब्द बोल कर मारपीट करने के आरोप लगाए हैं।
इसी के विरोध में सैकड़ों लोगों ने थाना परिसर में एकत्रित होकर देर शाम तक पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की व उच्च अधिकारी बुलाए जाने की मांग पर अड़े रहे।
देर रात मौके पर ACP ने पहुंचकर थाना प्रभारी और ASI को लाइन हाजिर कर दिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रायपुररानी पुलिस थाना में लहूलुहान हुए लगभग 70 वर्षीय बुजुर्ग व रिटायर्ड हेड टीचर गुरनाम सिंह ने बताया कि रायपुररानी थाना प्रभारी व एएसआई सहित पुलिस कर्मचारियों ने उन पर दबाव बनाते हुए मारपीट शुरू कर दी।
इस दौरान उसके सिर में गंभीर चोट लग गई। इसके बाद उसे पंचकूला के नागरिक अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं 2 अन्य लोगों को भी चोट आई है।
हंगोला के ग्रामीणों ने बताया कि “विवादित ज़मीन का केस अदालत में विचाराधीन है, इस पर अभी कोई फैसला नहीं आया है। लेकिन पुलिस ने मिलीभगत करवाकर दूसरी पार्टी का कब्ज़ा करवाने की कोशिश की गई। इसे लेकर ही रायपुररानी थाना में पंचायत बुलाई गई थी।”
ACP विजय नेहरा ने जानकारी देते हुए बताया कि लोगों की शिकायत पर थाना प्रभारी यशदीप सिंह व एएसआई देवीलाल को लाइन हाजिर किया गया है। मामले की निष्पक्ष जांच होगी।